रांची: आजादी के बाद रियासतों में बंटे भारत को संगठित करनेवाले लौह पुरुष सरकार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा दुनिया भर में सबसे बड़ी होगी. इसे पूरे देश के गांवों में बसे किसानों से लोहा एकत्र कर तैयार किया जायेगा. झारखंड के 32 हजार गांवों से भी लोहा मांगा जा रहा है. यहां हर गांव व वहां के मुखिया की तसवीर के साथ उनकी जानकारी रहेगी.
ये बातें गुजरात विधानसभा के उपाध्यक्ष मंगू भाई पटेल ने झारखंड चेंबर भवन में कही. श्री पटेल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए गुजरात से आयी टीम के प्रमुख हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात के केवड़िया के पास 182 मीटर ऊंची प्रतिमा बनायी जा रही है. इसमें 700 टन लोहा लगेगा. किसान खेती में प्रयुक्त औजार का छोटा सा भी लोहा इसमें दे सकते हैं. शहर में रहनेवाले लोग मिट्टी व जल दे सकते हैं. श्री पटेल ने कहा कि 15 दिसंबर को रन फॉर यूनिटी में ज्यादा से ज्यादा लोगों को हिस्सा लेकर एकता का परिचय देना चाहिए. हर उम्र के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मिले सहयोग के लिए उन्होंने धन्यवाद दिया.
पहले महात्मा मंदिर, अब पटेल प्रतिमा : जयद्रथ
गुजरात के सड़क व भवन निर्माण मंत्री जयद्रथ सिंह परमार ने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. सरदार पटेल देश के नेता थे. मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में पहले गांधी मंदिर बनवाया. निर्माण पूरे गुजरात से आयी मिट्टी व जल से हुआ. अब सरदार पटेल की प्रतिमा बनवाने के काम में जुटे हैं.
झारखंड व गुजरात में गहरा संबंध : भरत भाई
गुजरात भाजपा के महासचिव भरत भाई पांडय़ा ने कहा कि झारखंड व गुजरात में गहरा संबंध है. हड़प्पा के अवशेष दोनों राज्यों में मिले हैं. यहां बैजनाथ हैं, गुजरात में सोमनाथ हैं. यहां धौनी है, गुजरात में रविंद्र जड़ेजा, यूसुफ, इरफान पठान हैं. उन्होंने कहा कि 12 साल के दौरान नरेंद्र मोदी ने आराम करने के लिए आज तक छुट्टी नहीं ली. उन्होंने अपनी देशभक्ति शासन में लगायी है.
काम के पक्के थे सरदार साहब : आत्मा राम
उप सचेतक आत्मा राम परमार ने कहा कि सरदार पटेल जब देश के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने, तो उन्होंने पुत्र को कोई भी काम पत्रचार से करने को कहा. उनके निधन के बाद जब बैंक खाता देखा गया, तो मात्र 1000 रुपये जमा राशि थी. इसी तरह एक बार अदालत में मुकदमा लड़ते समय उन्हें टेलीग्राम मिला. उसे पढ़ा और बहस पूरी की. बाद में लोगों ने देखा, तो टेलीग्राम में उनकी पत्नी के निधन की सूचना थी. इस तरह की हस्ती को वह स्थान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे.
प्रतिमा पर चढ़ देख सकेंगे सतपुड़ा, अरब सागर, विंध्याचल पर्वतमाला
सरदार पटेल की प्रतिमा गुजरात के नर्मदा जिले में केवड़िया के पास सरदार सरोवर बांध से 3.5 किमी की दूरी पर बनायी जा रही है. यह 182 मीटर ऊंची होगी. इसमें दुनिया का सबसे तेज एलिवेटर रहेगा. लोग 500 फीट की ऊंचाई से सतपुड़ा व विंध्याचल पर्वतमाला, 256 किमी लंबा सरदार सरोवर, अरब सागर को देख पायेंगे.
यह अमेरिका के स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दो गुनी ऊंची प्रतिमा होगी. यहां प्रतिमा के साथ ही स्वतंत्रता संग्राम, देश के एकीकरण, सरदार के योगदान की जीवंत प्रदर्शनी भी रहेगी. साथ ही स्मारक उद्यान, साधु द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ता सेतु, स्मारक व मुलाकाती केंद्र, होटल व कन्वेंशन सेंटर भी होंगे. जनजातीय विकास के लिए स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय, शिक्षा अनुसंधान केंद्र व नॉलेज सिटी, पर्यटन कॉरिडोर, प्रौद्योगिकी अनुसंधान पार्क, कृषि प्रशिक्षण केंद्र भी बनाये जा रहे हैं.
सरदार को सही सम्मान नहीं मिला : विकास
झारखंड चेंबर के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि सरकार पटेल को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे. गुजरात सरकार द्वारा उनके सम्मान में तैयार की जा रही प्रतिमा के लिए चेंबर हर संभव मदद करेगा. कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष रंजीत टिबड़ेवाल ने दिया. इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय, गुजरात के विधायक जानकी भाई पटेल, शंभू ठाकोरे, रमन भाई पारकर, चिमन भाई सापरिया, भारती बेन शाइयाल, मोहन भाई पटेल, गांधी नगर के डीआइजी राजीव रंजन भगत, वड़ोदरा के डीडीओ आरके अरोड़ा, अहमदाबाद के डीडीओ रविशंकर, गृह विभाग के उप सचिव अरविंद पुरोहित, इंफॉरमेशन ऑफिसर तुषार जोशी, संजय सेठ, तुलसी पटेल, पवन शर्मा, पूनम आनंद, कुणाल अजमानी, विनय अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे.
मई बाद गुजरात व झारखंड के बीच ट्रेन
बैठक में चेंबर सदस्यों द्वारा झारखंड से गुजरात के लिए सीधी ट्रेन की बात कही गयी. इस पर गुजरात भाजपा के महासचिव भरत भाई पांडय़ा ने कहा कि अभी तो नहीं, लेकिन मई के बाद यह सपना भी पूरा होगा. केंद्र में सरकार आने के बाद इस काम को पूरा किया जायेगा.
पान सिंह को सम्मान
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के पिता पान सिंह को गुजरात सरकार की ओर से सम्मानित किया गया. मंगू भाई पटेल ने उन्हें सरल व्यक्ति बताया. उनके साथ वेटलिफ्टर इंद्रजीत सिंह को भी सम्मानित किया गया.
राज्य के तीन अफसर
गुजरात टीम में झारखंड के तीन सपूत हैं. इनमें बरियातू के राजीव रंजन भगत गांधीनगर रेंज के डीआइजी हैं. वड़ोदरा के डीडीओ आरके अरोड़ा मधुपुर व अहमदाबाद के डीडीओ रविशंकर बोकारो के हैं.