जमशेदपुर : झारखंड प्रदेश कांग्रेस समिति (जेपीसीसी) ने आज राज्य के चार सबसे ज्यादा पिछड़े जिलों के लिए एक विशेष पैकेज की मांग की. जेपीसीसी के सचिव एस.आर.ए. रिज्वी छब्बन ने कहा कि झारखंड के चार सबसे पिछड़े हुए जिले हैं- डाल्टनगंज (पलामाउ), छत्र, लतेहार और गढ़वा. इन जिलों को ठीक उसी तर्ज पर विशेष पैकेज दिया जाना चाहिए, जैसे बुंदेलखंड क्षेत्र को दिया गया है.
छब्बन ने प्रेस ट्रस्ट को बताया, झारखंड के इन चार जिलों में जीवन आज शोचनीय बना हुआ है क्योंकि सरकार ने इनकी प्रगति के लिए पिछले कई दशकों में कुछ भी नहीं किया है. उन्होंने दावा किया कि शिक्षा, सड़क की स्थिति, स्वास्थ्य सुविधा, जल, बिजली और सिंचाई आदि की स्थिति राज्य के अन्य जिलों की तुलना में बेहद खराब है. इस वजह से आम स्थिति यह है कि लोगों के पास रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में चले जाने या समाज की मुख्यधारा से अलग हो जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता.
इस क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज की मांग को सही ठहराते हुए कांग्रेस के नेता ने कहा कि सरकार को एक ऐसी उच्च अधिकार प्राप्त समिति बनानी चाहिए, जो इन जिलों में जमीनी स्तर की वास्तविक स्थितियों को देख सके और प्रायोगिक तौर पर विशेष पैकेज की सिफारिश कर सके.