रांची: केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव सहित राज्य के आला अफसरों को बुधवार को हेलीकॉप्टर सारंडा में ही छोड़ कर वापस आ गया. सभी अधिकारी ट्रेन से चक्रधरपुर तक पहुंचे. इसके बाद सड़क मार्ग से रात में रांची पहुंचे.
रात में ये लोग सिंहभूम के बंदगांव, खूंटी होते हुए रांची पहुंचे. दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इसी हेलीकॉप्टर से नेमरा जाना था. इस कारण हेलीकॉप्टर अधिकारियों को छोड़ कर आ गया. बुधवार सुबह से ही अफसरों को हेलीकॉप्टर की वजह से काफी परेशानी हुई.
तय कार्यक्रम के मुताबिक केंद्रीय सचिव के आने पर सारे अफसरों को हेलीकॉप्टर से सारंडा जाना था, पर उन्हें बताया गया कि हेलीकॉप्टर खराब है. बाद में अफसरों ने यह मन बनाया कि सारंडा का कार्यक्रम स्थगित करना होगा, लेकिन इस बीच दूसरा हेलीकॉप्टर उन्हें दिया गया. तय समय से करीब एक घंटे बाद सारे अफसर यहां से निकले, पर हेलीकॉप्टर उन्हें उतार कर लौट आया. शाम में जब अफसरों को वापस आना था, तो उन्होंने हेलीकॉप्टर के लिए संपर्क किया. पता चला कि हेलीकॉप्टर नहीं आयेगा. कुछ समस्या है. इसके बाद आनन-फानन में किसी तरह अफसरों ने ट्रेन पकड़ी.
सारंडा में योजनाओं का जायजा लिया अफसरों ने
केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव एचएल गोयल बुधवार को अपनी टीम व राज्य के अफसरों के साथ सारंडा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया. वह लाइलुर व अन्य पंचायतों के गांवों में गये. वहां आयोजित एक सेमिनार में भी भाग लिया. उन्होंने सारंडा इलाके में बन रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की स्थिति देखी. इसके साथ ही उन्होंने विकास की अन्य योजनाओं का निरीक्षण किया. केंद्रीय सचिव ने नेशनल रूरल लायबिलिहुड मिशन (आजीविका मिशन) के कार्यो का निरीक्षण किया. वहां महिला एसएसजी के 70-80 सदस्यों से मुलाकात की, उनके कार्यो को देखा. मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव एसके सत्पथी, ग्रामीण विकास सचिव अरुण सहित अन्य अफसर भी उपस्थित थे.