रांची: स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं विधानसभा में युवा हूं. मेरी उम्र कम है. अनुभव कम है. शायद एक -दो लोगों से उम्र में ज्यादा हो सकता हूं. यहां मुझसे अनुभवी लोग हैं. शायद यहां का चपरासी भी हमसे ज्यादा अनुभवी हो.
मुङो बड़ी जवाबदेही मिली है. मेरी कोशिश है कि हम इस जवाबदेही को समङों. झारखंड की राजनीति ने कितने उतार-चढ़ाव देखे हैं. कितनी सरकारें आयीं, कितनी सरकारें आयेंगी. इसमें कोई अचरज नहीं है. यह चलता रहता है.
समय नहीं पहचाना, तो हो जायेगी देर
समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि समय हमने पहले ही गंवाये हैं. अब समय नहीं पहचानेंगे, तो विकास से दूर हो जायेंगे. शायद यह राज्य पहले ही विकास से कोसों दूर हो चुका है. आलोचना सही है, लेकिन सभी को राज्य के विकास के लिए मिल कर काम करना होगा. अब सबक लेने का भी समय नहीं है. राज्य का विकास केवल सरकार की जवाबदेही नहीं है, सबकी जिम्मेवारी है. राज्य में संसाधन की कमी नहीं है. पैसे की कमी नहीं है. कमी कार्य प्रणाली और कार्य क्षमता में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आलोचना होनी चाहिए.
लेकिन जब जरूरत से ज्यादा होती है, तो घृणित हो जाता है. दूसरे जगहों पर हम अपने राज्य की छवि खराब कर बताते हैं. राज्य के प्रति ऐसी बातें होती हैं, जो नहीं होनी चाहिए. यह राज्य हमारा, आपका है. कोई अपने घर को खराब नहीं कहता है. राज्य की छवि बाहर में अलग बनी है, इसे बनाने के लिए हम सभी जिम्मेवार हैं. अब सोचना है कि यह ठीक कैसे होगी. पक्ष-विपक्ष मिल कर काम करे. यह विधानसभा हमें जिम्मेवारी का एहसास कराता है. हम स्वतंत्र हैं. अपनी नीतियां बना सकते हैं. लोकतंत्र में सरकार आती-जाती है. हम कार्य प्रणाली सुधारें और विकास के रास्ते पर चलें.