– मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे उदघाटन, आज से शुरू हो जायेगी
– स्थापना दिवस पखवारे का दूसरा चरण
रांची (हजारीबाग) : झारखंड के स्थापना दिवस पखवारे के दूसरा चरण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को हजारीबाग में ओपन जेल का उदघाटन करेंगे. उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे.
जेलर चंद्रशेखर प्रसाद सुमन ने बताया कि ओपन जेल के लिए कैदियों का चयन तीन फेज में किया गया है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा से सात कैदियों का चयन हुआ है. इसकी सूची जेल आइजी को भेज दी गयी है.
अब तक राज्य के विभिन्न जेलों से 50 कैदी चयनित हुए हैं. ओपन जेल में रहनेवाले वैसे बंदी, जो विभिन्न प्रकार के कार्यो के जानकार हैं, 15 किलोमीटर के दायरे में रोजाना काम के लिए बाहर जा सकते हैं. इस शर्त के साथ कि वे काम के बाद जेल लौट जायेंगे. ओपन जेल में बंदियों को अपने परिवार के साथ रहने का प्रावधान है. कैदी 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी साथ में रख सकेंगे.
नौ फीट ऊंची चहारदीवारी : हजारीबाग में ओपन जेल का निर्माण 2005-06 में शुरू हुआ. 2011 में बन कर तैयार हो गया. इसके निर्माण पर 2, 96, 89, 800 रुपये खर्च हुए हैं. यहां कैदियों के लिए 100 कॉटेज बनाये गये हैं प्रत्येक में एक कमरा, एक बरामदा सह कीचन, एक बाथरूम, एक शौचालय तथा एक छोटा आंगन है.
जेल में जलापूर्ति के लिए 13 चापानल, छह डीप बोरिंग कराये गये हैं. विद्युत आपूर्ति के लिए 200 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया है. कारा परिसर स्ट्रीट लाइट लगाये गये हंै. सुरक्षा के लिए नौ फीट ऊंची चहारदीवारी बनी है, जिस पर कंटीले तार लगाये गये हैं. खेती के लिए पांच एकड़ भूमि छोड़ी गयी है.
310 करोड़ की परिसंपत्ति बांटेंगे सीएम : मुख्यमंत्री मंगलवार को हजारीबाग में आयोजित विकास मेले में 310 करोड़ की परिसंपत्ति बांटेंगे. 1.56 करोड़ की योजनाओं का उदघाटन के साथ ही 17 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे.
– 10 एकड़ में बनी है राज्य की पहली ओपन जेल
– 100 कॉटेज बनाये गये हैं कैदियों के लिए
– 50 कैदियों का चयन तीन फेज में किया गया है
क्या है खासियत
– कैदी अपने परिवार के साथ रह सकेंगे
– 15 किमी के दायरे में रोजाना काम के लिए बाहर जा सकेंगे
– 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी साथ में रख सकेंगे
कैसी है ओपन जेल
– प्रत्येक कॉटेज में एक कमरा, एक बरामदा सह कीचन, एक बाथरूम, एक शौचालय तथा एक छोटा आंगन है
– खेती के लिए पांच एकड़ भूमि
जेल में अलग से होगी प्रशासनिक व्यवस्था
ओपन जेल में रहनेवाले बंदियों के लिए अलग से जेल प्रशासन की व्यवस्था की जायेगी. एक जेल अधीक्षक, एक जेलर, एक सहायक जेलर, उच्च कक्षपाल, कक्षपाल व लिपिक की नियुक्ति होगी. जब तक नये प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति नहीं होती है. तब तक पूरी व्यवस्था के लिए जेपी केंद्रीय कारा के अधिकारियों से सेवा ली जायेगी.
औद्योगिक इकाई का गठन होगा
ओपन जेल परिसर में शेड का निर्माण, सामुदायिक भवन का निर्माण, रसोई घर एवं गोदाम का निर्माण प्रस्तावित है. इसके लिए सरकार को प्राक्कलन भेजी गयी है. निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद ओपेन जेल में उद्योगिक इकाई का गठन होगा, जहां बंदियों से उनकी योग्यता के मुताबिक काम लिया जायेगा.