!!संतान को कर्मचारी दे सकते हैं नौकरी!!
जमशेदपुर: टाटा स्टील की शत प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी जुस्को ने नौकरी छोड़ो, नौकरी पाओ योजना शुरू की है. करीब चार साल के बाद यह योजना लायी गयी है. इसके तहत टाटा स्टील से जुस्को में भेजे गये कर्मचारी अपनी नौकरी अपने बेटे या बेटी को दे सकते हैं.
इसके लिए कर्मचारी एक नवंबर से 30 नवंबर तक अपना आवेदन कंपनी में जमा कर सकते हैं. जुस्को और टाटा स्टील में कम से कम दस साल तक काम करने और अधिकतम 55 साल तक की उम्र वाले कर्मचारी को ही इसका लाभ मिलेगा.
बेटे या बेटी के अलावा बेटा नहीं होने की स्थिति में दामाद को नौकरी दी जा सकती है, जिसकी उम्र सीमा 18 से 44 साल होनी चाहिए. कर्मचारियों के बच्चों को चयन के बाद जूनियर फील्ड एटेंडेंट ट्रेनी के तौर पर लिया जायेगा. इंग्लिश में मैट्रिक पास को ही प्राथमिकता दी जायेगी. इसके लिए वर्तमान कर्मचारी को इस्तीफा देना होगा. बहाल होने वाले कर्मचारी पुत्रों और पुत्रियों को हाउस एलॉटमेंट एलाउंस या हाउस रेंट एलाउंस, मेडिकल की सुविधा समेत तमाम सुविधाएं दी जायेंगी. ट्रेनिंग के दौरान नये बहाल कर्मचारियों को स्टाइपेंड राशि भी दी जायेगी.
इसकी जानकारी देते हुए यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इसका लाभ सभी कर्मचारी उठा सकते हैं. इसको लेकर काफी दिनों से मांग उठ रही थी. उन्होंने बताया कि टाटा स्टील में भी नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ मेरे ही कार्यकाल में आया था और इससे पहले जुस्को में भी मेरे ही कार्यकाल में आया था. प्रेस कांफ्रेंस में यूनियन महामंत्री एसएल दास, आरके ठाकुर, बीके दुबे, श्रीलाल समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.
कम से कम दस साल तक काम करने और अधिकतम 55 साल तक की उम्र वाले कर्मचारी को ही इसका लाभ मिलेगा
मेडिकल की सुविधा बरकरार रहेगी
मेंटेनेंस एलाउंस में मिलेंगे
एक नवंबर 2013 से अक्तूबर 2014 तक 4750 रुपये
एक नवंबर 2014 से अक्तूबर 2015 तक 5000 रुपये
एक नवंबर 2015 से अक्तूबर 2016 तक 5250 रुपये
एक नवंबर 2016 से अक्तूबर 2017 तक 5500 रुपये
एक नवंबर 2017 से अक्तूबर 2018 तक 5750 रुपये
एक नवंबर 2018 से 5750 रुपये दिये जायेंगे