रांची: नगर निगम चुनाव में कैश फॉर वोट मामले की जांच कर रहे सिटी डीएसपी पीएन सिंह का तबादला करवाने के लिए एक बार फिर से कोशिश शुरू हो गयी है. मामले से जुड़ी एक लॉबी इसके लिए सरकार और पुलिस मुख्यालय पर दवाब बना रही है. राष्ट्रपति शासन में भी इसी लॉबी ने दवाब डाल कर पीएन सिंह का तबादला करवा दिया था. उनका तबादला स्पेशल ब्रांच में किया गया था. यह सब उन्हें कैश फॉर वोट मामले की जांच से हटाने के लिए किया गया था. तबादले के खिलाफ पीएन सिंह ने नौकरी छोड़ने की बात मीडिया और अपने सीनियर अफसरों से कही थी. मीडिया में खबर आने के बाद सरकार ने उनका तबादला आदेश रद्द कर दिया था.
गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव के एक दिन पहले पुलिस ने सरकुलर रोड स्थित सिटी पैलेस होटल में छापामारी कर 21.90 लाख रुपये बरामद किये थे. ये रुपये चुनाव में मतदाताओं के बीच बांटने के लिए रखे गये थे. नोटों को लिफाफा में रख कर उसके ऊपर वार्ड का नाम लिखा हुआ था. पुलिस ने मामले में तत्कालीन मेयर रामा खलको (मेयर के प्रत्याशी) को भी अभियुक्त बनाया था. प्राथमिकी में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और उनके भाई सुनील सहाय का भी नाम था.
उस वक्त पुलिस ने होटल से कांग्रेसी नेता निरंजन शर्मा और उनके मैनेजर को गिरफ्तार किया था. अन्य लोग फरार हो गये थे. रामा खलको ने बाद में अदालत में सरेंडर किया. मामले में पूर्व मंत्री व उनके भाई की संलिप्तता की जांच अभी चल रही है.