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शिबू सोरेन की हत्या की साजिश नहीं हुई थी

रांची: बोकारो के एसपी कुलदीप द्विवेदी की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री व झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की हत्या की साजिश रचने की खबर पूरी तरह गलत है. एसपी की जांच में हत्या की साजिश रचने के संबंध में आये तथ्यों की पुष्टि नहीं हुई है. रिपोर्ट में एसपी ने कहा है : ऐसा प्रतीत […]

रांची: बोकारो के एसपी कुलदीप द्विवेदी की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री व झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की हत्या की साजिश रचने की खबर पूरी तरह गलत है. एसपी की जांच में हत्या की साजिश रचने के संबंध में आये तथ्यों की पुष्टि नहीं हुई है. रिपोर्ट में एसपी ने कहा है : ऐसा प्रतीत होता है कि रहमान अली (छद्म नाम) से यह आवेदन (सूचना), व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता और छोटू महतो से रुपये प्राप्त करने के लिए साजिश के तहत दिलवाया गया है.

उल्लेखनीय है कि जनवरी माह में स्पेशल ब्रांच को रहमान अली नाम के व्यक्ति का एक पत्र मिला था. इसमें कहा गया था कि कसमार निवासी छोटू महतो व प्रकाश मिश्र नक्सलियों से मिल कर शिबू सोरेन की हत्या की साजिश रच रहे हैं. छोटू महतो वित्तीय सहायता दे रहा है और सोनालाल महतो रांची से नक्सलियों की गोपनीय सूचना दे रहा है. इस बाबत मीडिया में भी प्रमुखता से खबर आयी. इसके बाद स्पेशल ब्रांच के एसपी ने बोकारो एसपी को जांच का आदेश दिया. एसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट 22 मार्च 2013 को (ज्ञांपांक-2012/गो.) स्पेशल ब्रांच के एसपी को भेजी.

रिपोर्ट में बताया गया है कि बोकारो के कसमार प्रखंड के पीरगुल गांव के पास 2.61 करोड़ की लागत से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निर्माण हो रहा है. इसमें होनेवाली समस्या को लेकर छोटू महतो ने अपने सहयोगी पुलिस इंस्पेक्टर रंजन चौधरी के जरिये जरीडीह निवासी प्रकाश मिश्र से संपर्क कर विद्यालय भवन निर्माण कराने की बात कही. प्रकाश मिश्र ने प्रशासनिक अफसरों के सहयोग से भूमि आवंटित करा कर काम की अनुमति प्राप्त कर ली. मेसर्स लायंस कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी ने टेंडर लिया. कंपनी के मालिक छोटू महतो की पत्नी आरती देवी हैं.

टेंडर हासिल करने में 16.34 लाख रुपये खर्च हुए, जिसकी व्यवस्था इंस्पेक्टर रंजन चौधरी (कोडरमा), दारोगा अर्जुन तिवारी (सीआइडी), सतीश कक्कड़ व राजू तनेजा ने की. काम समय पर शुरू न होने के लेकर सभी पार्टनर के बीच विवाद होने लगा. बिल के पेमेंट होने के बाद भी पैसे के बंटवारे पर इंस्पेक्टर रंजन चौधरी ने रोक लगा दी. बाद में यह काम रांची के संजय चौधरी को दे दिया गया.

एसपी की रिपोर्ट में छोटू महतो के हवाले से कहा गया है कि तीन लाख रुपये बकाया नहीं मिलने पर रंजन चौधरी, अर्जुन तिवारी व देव कुमार पांडेय (अयोध्या अपार्टमेंट, इटकी रोड) द्वारा छोटू महतो पर दवाब बनाया जाने लगा. केस में फंसाने की धमकी दी गयी. देवकुमार पांडेय, चान्हो स्कूल में शिक्षक हैं और रंजन चौधरी उन्हें मामा कहते हैं. कुछ दिन बाद छोटू महतो द्वारा शिबू सोरेन की हत्या की साजिश रचने की बात सामने आयी. रिपोर्ट में देवकुमार पांडेय के मित्र बलदेव शर्मा का नाम भी प्रमुखता से आया है. एसपी की रिपोर्ट के मुताबिक जिस सोनालाल महतो को नक्सलियों तक सूचना पहुंचानेवाला बताया गया है, वह छोटू महतो का भतीजा है और ठेकेदारी में हाथ बंटाता है.

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