रांची: राज्य के थानों की हाजतों में कैदियों द्वारा आत्महत्या व उनके फरार होने की सूचनाएं मिलती रहती हैं. हाजत में बंद कैदियों तक सामान पहुंचने तक की बात सामने आ चुकी है. इस पर सीआइडी ने गंभीरता बरती है. कैदियों की विशेष सुरक्षा को लेकर सीआइडी आइजी संपत मीणा ने रिपोर्ट तैयार की है. आइजी ने निर्णय लिया है कि अब थानों और कोर्ट हाजत में कैदियों पर विशेष पहरा रहेगा. रिपोर्ट सभी जिलों के एसपी के पास भेज दी गयी है.
रिपोर्ट के मुताबिक न्यायिक हिरासत के दौरान न्यायालय के आदेश पर सिर्फ वकील ही कैदी से मिल सकते हैं. मजिस्ट्रेट के लिखित आदेश के बगैर कोर्ट हाजत में भोजन देने समेत आपत्तिजनक वस्तु नहीं पहुंचने देने की जिम्मेवारी गंभीरता से लेनी होगी. थाने के अंदर ही शौचालय की व्यवस्था करने की बात कही गयी है.
केस स्टडी-एक
27 जुलाई 2013
संजीवनी बिल्डकॉन के एमडी जयंत दयाल नंदी की पत्नी अनामिका नंदी ने कोर्ट हाजत में तैनात महिला सिपाही को धमकी दी थी. उसे कोर्ट हाजत में एक व्यक्ति लिफाफे में कोई सामान दे रहा था. जिसे महिला सिपाही ने देते देख लिया था.
केस स्टडी-दो
20 जुलाई 2013
लालपुर की पुलिस चोरी के आरोप में गिरफ्तार हसीना बानो को लेकर कोर्ट पहुंची, लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने से पूर्व महिला पुलिस की हिरासत से भाग निकली. यह घटना की पुलिस की लापरवाही के कारण घटी.