रांची: रांची पुलिस ने सोमवार को फरजी ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइ कार्ड, आय, आचरण, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. कोतवाली पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह के सरगना मुन्ना कुमार राय सहित सात युवकों को गिरफ्तार किया है. सभी की गिरफ्तारी कचहरी परिसर और करमटोली स्थित प्रज्ञा केंद्र से हुई है.
कैसे हुआ खुलासा
कोतवाली इंस्पेक्टर अरविंद सिन्हा को गुप्त सूचना मिली की कचहरी और करमटोली के आइएमए भवन के सामने स्थित प्रज्ञा केंद्र में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का धंधा चल रहा है. सूचना के आधार पर उन्होंने सादे लिबास में पुलिसकर्मियों को दोनों स्थानों पर प्रमाण पत्र बनाने के लिए भेजा. सूचना की पुष्टि होने के बाद उन्होंने टीम के साथ कचहरी स्थित कंप्यूटर सेंटर व प्रज्ञा केंद्र में छापा मारा और गिरोह का भंडाफोड़ किया. आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद सिटी एसपी मनोज रतन ने मीडिया को इसकी जानकारी दी.
पुलिसकर्मी होंगे पुरस्कृत
छापेमारी में कोतवाली इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिन्हा, दारोगा अशोक कुमार सिंह, जमादार एमएन पांडेय, रामप्रीत पासवान, कुंदन कुमार, नीलम एक्का, शाह फैसल, संजीत राय, मुकेश कुमार, अमरेंद्र कुमार व चालक मनोहर शामिल थे. सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.
क्या-क्या हुआ बरामद
एक लैपटॉप, 30 सरकारी अधिकारियों के हस्ताक्षर युक्त मुहर, विभिन्न लोगों के नाम बने सौ मतदाता पहचान पत्र, 90 ड्राइविंग लाइसेंस, 10 जाति प्रमाण पत्र के सादे फॉर्म, 20 जन्म प्रमाण पत्र, 40 आय प्रमाण पत्र, 45 आवासीय प्रमाण पत्र ,नगर निगम का मुहर, बैंक फॉर्म, ट्रेजरी चालान फॉर्म, इंश्योरेंस फॉर्म, पासबुक फॉर्म व अन्य सामान.
कौन-कौन हुए गिरफ्तार
मुन्ना कुमार राय (पिस्का मोड़, बैंक कॉलोनी), विजय कुमार (लक्ष्मी नगर), ललित कुमार (रानी बगान), राहुल कुमार प्रसाद (सुंदर विहार), संजू कुमार (कांके), मो शमीम (कर्बला चौक) व विनय गुप्ता (अलकापुरी).
200 रुपये तक वसूलते थे
संजू ने बताया कि पेन ड्राइव में डाटा कलेक्ट कर वह प्रज्ञा केंद्र में इंटरी कर देता था. उसके बाद प्रिंट निकाल कर और उसमें मुहर मार कर संबंधित व्यक्ति को दे देता था. इसके लिए वे 200 रुपये तक वसूलते थे.