रांची: कांग्रेस कोटे से मंत्री बने योगेंद्र साव के बयान को पार्टी ने गंभीरता से लिया है. उन पर कार्रवाई हो सकती है. सरकार में कृषि और आवास मंत्री बनाये गये श्री साव विभाग बंटवारे से नाराज थे. उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि दूसरों को तीन और चार विभाग दिये गये हैं और उन्हें केवल एक विभाग मिला है. उन्होंने अपने बयान में आला नेताओं को भी लपेट लिया था. राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में श्री साव ने कहा था कि मंत्री बनने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अहमद पटेल के यहां क्या-क्या नहीं करना पड़ा. पार्टी ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए आलाकमान तक बात पहुंचा दी है.
आलाकमान को अखबारों में छपे बयान भेज दिये गये हैं. प्रदेश अध्यक्ष सुखेदव भगत ने मंत्री योगेंद्र साव से बयान के बाबत जवाब मांगा है. श्री साव से कहा गया है कि मीडिया में आये बयान पर वह अपना पक्ष रखें. प्रदेश अध्यक्ष पूरी रिपोर्ट आलाकमान को दे रहे हैं. श्री भगत ने कहा है कि पार्टी की मर्यादा से बाहर जाने की इजाजत किसी को नहीं है. पार्टी ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. योगेंद्र साव से इस मुद्दे पर बात होगी. अगर दोषी होंगे, तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी. हम इस बात की जानकारी जुटा रहे हैं कि मंत्री ने क्या-क्या कहा है.
खुली जीप में पहुंचे थे राजभवन समर्थकों ने किया था हंगामा
राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रियों के समर्थकों द्वारा किये गये हंगामा और अराजकता को भी कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है. 24 अगस्त को शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए योगेंद्र साव खुली जीप पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. पार्टी इसे अनुचित मान रही है. वहीं शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बड़कागांव और धनबाद से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की भी की थी. पूरे मामले की जानकारी आला नेताओं को दी जा रही है. मंत्री और उनके समर्थकों के इस आचरण को अनुचित माना गया है.
झूठ बोल रहे हैं मंत्री, प्रभात खबर के पास है बयान की रिकॉर्डिग
मंत्री योगेंद्र साव भले ही अपने बयान से मुकर रहे हों और इसे साजिश का हिस्सा बता रहे हों, पर सच यह है कि मंत्री ने सार्वजनिक मंच पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने राजधानी में तैलिक साहू सभा द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में ये बातें कही थीं. श्री साव ने मंच से भाषण के क्रम में भी विभाग बंटवारे और दिल्ली में मंत्री बनने को लेकर बड़े नेताओं का नाम लेकर कहा कि वहां क्या-क्या नहीं करना पड़ा. मंत्री बनने के लिए वह 15 दिनों तक दिल्ली में रहे, इसकी भी जानकारी लोगों को दी. योगेंद्र साव के बातचीत और भाषण के आधार पर ही उनके बयान छापे गये. प्रभात खबर के पास बातचीत की पूरी रिकॉर्डिग है. मंत्री योगेंद्र साव झूठ बोल रहे हैं.
मंत्री बनाने के लिए नहीं बुलाता आलाकमान : प्रदीप बलमुचु
सांसद प्रदीप बलमुचु ने कहा है कि अगर योगेंद्र साव ने यह बयान दिया है, तो काफी आपत्तिजनक है. आलाकमान किसी को मंत्री बनाने के लिए बुलाता नहीं है. अगर नेता स्वार्थ में दिल्ली में चक्कर लगायें, तो आलाकमान क्या करेगा. कांग्रेस में ऐसी कोई संस्कृति नहीं है. मंत्री पद सोच-विचार कर तय किया जाता है. योगेंद्र साव को गलतफहमी है. इस तरह के बयान को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. आला नेताओं के नाम ऐसे प्रकरण में लेना सही नहीं है. योगेंद्र अब मंत्री बन गये हैं, गंभीरता होनी चाहिए. पार्टी ने जो जवाबदेही दी है, उसे पूरा करें.