रांची: शहर में साफ-सफाई करनेवाली कंपनी एटूजेड ने निगम से कहा है कि एक माह में उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो शहर की साफ-सफाई बंद कर देंगे. इस संबंध में एटूजेड ने निगम के सीइओ दीपांकर पंडा को एक पत्र भी भेजा है.
एटूजेड प्रबंधन ने पत्र में लिखा है कि करार के मुताबिक नगर निगम की ओर से एटूजेड को हर वार्ड में कचड़ा गिराने के लिए एक सब स्टेशन देना था, जो अब तक नहीं मिला है. सब स्टेशन नहीं मिलने के कारण कचड़े के उठाने से लेकर उसे झीरी में गिराने तक काफी परेशानी हो रही है.
टीपिंग फीस की राशि लौटायें
एटूजेड प्रबंधन ने निगम से टीपिंग फीस के रूप में जमा 3.50 करोड़ रुपये की राशि को अविलंब लौटाने की भी मांग की है. प्रबंधन का कहना है कि यह राशि नहीं दिये जाने के कारण कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी हो रही है. इससे कर्मचारी काम छोड़ कर भाग रहे हैं.
नहीं मिला डंपिंग यार्ड
एटूजेड प्रबंधन ने पत्र में लिखा है कि करार के मुताबिक उसे शहर में चार डंपिंग यार्ड उपलब्ध कराये जाने थे, जहां वाहनों का पड़ाव व वर्कशॉप बना सके. लेकिन चार की जगह मात्र एक जगह (नागाबाबा खटाल) ही मिला. इस कारण वाहनों को खड़ा करने में परेशानी हो रही है. यहां से कचरा को झीरी ले जाने में भी काफी परेशानी हो रही है.