देवघरः श्रावणी मेला का पांच दिन बीत गया. पहले तो नयी व्यवस्था के तहत टाइम स्लॉट बैंड से कांवरिये परेशान रहे, क्योंकि नयी व्यवस्था फेल हो गयी. अब प्रशासन को पुन: पुरानी व्यवस्था की ओर लौटना पड़ा है. इस कारण आनन–फानन में सारी तैयारी चल रही है. एक दिन बाद ही पहली सोमवारी है.
सुल्तानगंज से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को तकरीबन 1.50 लाख कांवरिये जल लेकर देवघर की ओर चले हैं. वहीं शनिवार 27 जुलाई को लगभग 1.25 लाख कांवरिये देवघर की ओर कूच कर चुके हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को तकरीबन 1.50 लाख कांवरिये देवघर पहुंच जायेंगे. इतनी बड़ी संख्या में कांवरियों के लिए व्यवस्था नाकाफी है. इसलिए पहली सोमवारी को जिला प्रशासन की अगिA परीक्षा होगी. इतनी पड़ी संख्या में कांवरियों को सुलभ जलार्पण करवाना प्रशासन के लिए चुनौती साबित होगी.
न सूचना केंद्र कारगर और न स्वास्थ्य शिविर में रात को रहते हैं डॉक्टर
कांवरियों को कतार में खड़ा करने के लिए मानसिंघी से बीएड कालेज के बीच रूट लाइनिंग में कोरिडोर का निर्माण तो हो गया है. लेकिन सूचना तंत्र और स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है. जबकि मेले के पहले दिन से ही ये सभी शिविर और केंद्र संचालित है.
स्थिति यह है कि कांवरियों को पुरानी पद्धति से कतारबद्ध होकर जलार्पण करना है, इसकी जानकारी तक देने के लिए सूचना केंद्रों से प्रसारित नहीं की जा रही है. ठीक इसी तरह दुम्मा से लेकर देवघर तक कई स्वास्थ्य शिविर लगाये गये हैं. कई अस्थायी अस्पताल खोले गये हैं लेकिन इन शिविरों की स्थिति यह है कि देर शाम होते ही न डॉक्टर मिलते हैं और न ही कंपाउंडर. सूना–सूना रहता है शिविर.
महिलाओं व बच्चों के लिए नहीं अलग कतार
अभी तक कतार व्यवस्था भी सुनिश्चित नहीं किया जा सका है. कहां महिलाएं कतार में खड़ी होगी, इसकी भी व्यवस्था नहीं हुई है. उमा मंडप में पहले महिलाओं को कतार में खड़ा किया जाता था लेकिन इस बार उसे दूसरे काम में उपयोग में लाया जा रहा है.
बारिश ने कांवरियों को राहत तो प्रशासन को डाला परेशानी में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने जहां कांवरियों को कतार में खड़े होने में राहत दिया है, वहीं प्रशासन को परेशानी में डाल रखा है. बारिश के कारण कोरिडोर व आवश्यकता वाली जगह में पंडाल का निर्माण करने में दिक्कत हो रही है. वहीं नेहरू पार्क के पंडाल में भारी बारिश के कारण कीचड़मय हो गया है. इस कारण कांवरियों को रात में नेहरू पार्क के पंडाल में रूकने में भी परेशानी हो रही है. हालांकि प्रशासन ने दावा किया है कि सोमवार से पहले तक कतार व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जायेगा.