बसिया (गुमला): बसिया थाना क्षेत्र में सोमवार की रात लेवी के लिए तीन लोगों की हत्या कर दी गयी. 20-25 अपराधियों ने हीरा लाल सिंह व तुलसी दास गोसाई की गांव से आधा किलोमीटर दूर उच्चडीह बाजार के पास गला रेत कर हत्या कर दी. दोनों के सिर को खुजरी टोली के पास रोड पर गमछा बिछा कर रख दिया. वहीं कोनसकेली निवासी फिरदीनंद सोरेन की घर से कुछ दूर ले जाकर गोली मार कर हत्या कर दी.
जानकारी के अनुसार, बीती रात करीब 8.30 बजे 20-25 वरदीधारी अपराधियों ने सबसे पहले हीरालाल सिंह के घर पर धावा बोला. दरवाजा तोड़ कर घर के अंदर घुसे और हीरालाल सिंह को अपने कब्जे में ले लिया.
वहां से सभी अपराधी तुलसी दास गोसाई के घर गये. वहां दरवाजा तोड़ कर तुलसी दास गोसाई को बाहर निकाला. इसके बाद दोनों को हाथ पीछे से बांध कर मारते- पीटते आधा किलोमीटर दूर उच्चडीह बाजार के पास ले गये. दोनों की गला रेत कर हत्या कर दी और उनके सिर को आधा किलोमीटर दूर ले जाकर रोड के किनारे रख दिया. इसके बाद सभी अपराधी डेढ़ किमी दूर कोनसकेली गांव पहुंचे. वहां फिरदीनंद सोरेन के घर को चारों ओर से घेर लिया. दरवाजा तोड़ कर फिरदीनंद सोरेन को उठा कर बाहर निकाला. पत्नी एडलिन सोरेन व बच्चों द्वारा विरोध करने पर अपराधियों ने उनके साथ भी मारपीट की. अपराधियों ने कुरकुरा रोड के पास ले जाकर फिरदीनंद सोरेन की गोली मार कर हत्या कर दी.
गांव में दहशत, परिजन बेहाल
घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. आक्रोशित ग्रामीण हीरालाल सिंह व तुलसी दास गोसाई के शव को उठाने नहीं दे रहे थे. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया. घटना की सूचना पर डीएसपी दीपक कुमार व बसिया थाना प्रभारी नरेश प्रसाद सिन्हा भी पहुंचे. उन्होंने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया.
पहाड़ी चीता ने ली जिम्मेवारी
पहाड़ी चीता गिरोह ने घटना की जिम्मेवारी ली है. पहाड़ी चीता के सुप्रीमो पात्रिक टोपो का कहना है कि तीनों छोटी-मोटी ठेकेदारी करते थे. उनसे लेवी की मांग की जा रही थी. उसने तीनों पर पीएलएफआइ का सहयोगी होने का भी आरोप लगाया है.
जिनकी हत्या हुई
हीरा लाल सिंह
तुलसी दास गोसाई (दोनों उच्चडीह के)
फिरदीनंद सोरेन (कोनसकेली )
पुलिस छानबीन कर रही है. दबी जुबान से लोग कह रहे हैं कि मुखबिरी के कारण घटना को अंजाम दिया गया है. अब तो जांच के बाद ही पता चलेगा.
दीपक कुमार, डीएसपी