रांची: धुर्वा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर-39 के पार्षद रत्नेश कुमार की उनके घर के बरामदे में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. घटना शुक्रवार की शाम करीब 7.30 बजे की है. अपराधियों ने रत्नेश कुमार को तीन गोली मारी. दो गोली सिर में और एक गोली उनके गले में लगी. गोली लगने के तुरंत बाद उनकी मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक हत्या में छह अपराधी शामिल थे. उनका घर डैम साइड में है.
रत्नेश कुमार के परिजनों के मुताबिक हत्या पुरानी रंजिश को लेकर की गयी है. राजीव रंजन नामक अपराधी ने पहले भी दो बार रत्नेश कुमार की हत्या करने की कोशिश की थी. एक बार घर के नजदीक ही और दूसरी बार धुर्वा बाजार चौक पर, लेकिन वह सफल नहीं हो सका था. अपराधी राजीव रंजन मूल रुप से कुड़ (लोहरदगा) का रहनेवाला है और धुर्वा में उसके रिश्तेदार रहते हैं. राजीव रंजन धुर्वा क्षेत्र में जुआ के अड्डे चलाता है. पार्षद रत्नेश कुमार ने इसका विरोध किया था. इसी कारण दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.
घटना की जानकारी मिलने के बाद सिटी एसपी अनूप बिरथरे, हटिया डीएसपी निशा मुमरू, धुर्वा थाना प्रभारी गरीबन पासवान, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी रतन कुमार के अलावा नगर निगम के सीइओ मनोज कुमार और मेयर आशा लकड़ा डैम साइड स्थित रत्नेश कुमार के घर पहुंचे. पार्षद के परिजनों ने कहा कि जब तक अपराधी पकड़े नहीं जाते, वे लोग शव को उठाने नहीं देंगे.
जानकारी के मुताबिक पार्षद रत्नेश शाम को धुर्वा थाना गये थे. शाम करीब 7.30 बजे वह थाना से लौटे. घर से 25 मीटर की दूरी पर मोटरसाइकिल खड़ी कर वह घर के भीतर जा रहे थे. इसी दौरान बरामदे पर पहले से घात लगाये अपराधियों ने उन्हें गोली मारी. आवाज सुन कर रत्नेश कुमार के परिजन बाहर निकले, तो उन्हें रत्नेश बरामदे में गिरे मिले. बताया जाता है कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी छह अपराधी दो बाइक और एक स्कूटी से वहां से फरार हो गये. हत्या में अपराधी राजीव रंजन का नाम आने के बाद पुलिस ने उसकी तालाश में छापामारी शुरु कर दी है.
आरोपी घटनास्थल के आस-पास ही! : पुलिस ने आरोपी राजीव रंजन के मोबाइल का लोकेशन लिया है. हत्या के बाद भी वह घटनास्थल के आसपास ही छिपा है. उसके मोबाइल का लोकेशन घटनास्थल के आसपास का मिला है. पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापामारी कर रही है.
डिप्टी मेयर पहुंचे, पुलिस को कोस रहे थे लोग
पार्षद रत्नेश कुमार की हत्या की जानकारी मिलने के बाद डिप्टी मेयर संजीव विजय वर्गीय, पार्षद कृष्ण मोहन सिंह समेत कई पार्षद रत्नेश के घर पर पहुंचे. रत्नेश कुमार के घर पर पहुंचनेवाले लोग पुलिस को कोस रहे थे. घटना की सूचना मिलने के बाद खिजरी के भाजपा प्रत्याशी राम कुमार पाहन, कांग्रेस प्रत्याशी सुंदरी तिर्की भी वहां पहुंचे. उन्होंने अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग की.
छपरा के रहनेवाले थे रत्नेश कुमार : पार्षद रत्नेश कुमार छपरा के शीतलपुर के रहनेवाले थे. धुर्वा में वह अपने मामा के घर पर रहते थे. धुर्वा में वह बचपन से ही रह रहे थे.
गमगीन था माहौल : पार्षद रत्नेश कुमार के शव के पास परिवार के लोग विलाप कर रहे थे. उनकी बहनें कह रही थी भईया उठो. बहने पुलिस को देख कर चीख रही थी और कह रही थीं कि उनके भाई को वापस लाओ. हत्यारे को अभी पकड़ो. बहनों की चीत्कार से वहां का माहौल गमगीन था. हत्या की खबर मिलने के बाद वहां जुटे कई दूसरे युवकों की आंखों में भी आंसू थे.
अपराधियों का मनोबल बढ़ा : सीपी सिंह
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा कि राजधानी में अपराधी बैखौफ हो गये हैं. उनका मनोबल बढ़ गया है. हत्यारे हत्या कर फरार हो जा रहे हैं. जो पुलिस की विफलता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि चुनाव का समय है, पुलिस की सुरक्षा चाक-चौबंद होनी चाहिए. उन्होंने घटना की निंदा करते हुए आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है.
दो बार पकड़ाया और छूटा
आरोपी राजीव रंजन ने पहले भी दो बार पार्षद पर गोली चलायी थी. प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, हथियार भी बरामद हुआ था. पुलिस ने दोनों बार राजीव रंजन को गिरफ्तार किया और वह दोनों बार जमानत पर छूट गया.
नहीं मिला लाइसेंस
दो-दो बार जानलेवा हमला होने के बाद पार्षद रत्नेश कुमार ने हथियार के लाइसेंस के लिए प्रशासन को आवेदन दिया था. थाना से लेकर पुलिस के वरीय अफसरों से अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी थी. लेकिन पुलिस ने न तो सुरक्षा दी और न ही प्रशासन ने हथियार का लाइसेंस दिया.