रांची: भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त वीएस संपत और उनकी टीम के सदस्यों ने बुधवार को रांची में विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ मुलाकात की.
राजभवन में हुई मुलाकात के दौरान राजनीतिक दलों ने चुनाव के दौरान होनेवाली परेशानियों की जानकारी दी. कुछ दलों ने निष्पक्ष चुनाव के लिए दुमका के उपायुक्त और बोकारो के पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की. बेरमो के कई अधिकारियों की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाये.
राजनीतिक पार्टियों ने निष्पक्ष चुनाव के लिए कुल सात अधिकारियों को हटाने की मांग की है. निर्वाचन आयोग की टीम ने राष्ट्रीय और राज्य के मान्यता प्राप्त दलों के साथ अलग-अलग 15-15 मिनट तक मुलाकात की.
भाजपा : दुमका के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर लोकसभा चुनाव में झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन के पक्ष में काम किया था. दोनों के वहां रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है. पार्टी ने धोती-साड़ी योजना के प्रस्तावित उदघाटन पर रोक लगाने की मांग की.
कांग्रेस : भाजपा के अमिताभ चौधरी को क्रिकेट मैच से डिबार किया जाये. वह पास बांट कर चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं
भाकपा : बोकारो के एसपी जीतेंद्र सिंह, बेरमो के पुलिस इंस्पेक्टर रामजी प्रसाद, बेरमो डीएसपी मनोज कुमार राय, जरीडीह के ऑफिसर इंचार्ज राम विनय सिंह व बोकारो थर्मल के इंचार्ज लक्ष्मीकांत को हटाया जाये. पार्टी का कहना था कि सभी वहां के कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में काम कर सकते हैं.
झामुमो : स्टार प्रचारकों की सभा के लिए 24 घंटे पूर्व अनुमति दी जाये. सुरक्षा बलों के ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापन से चुनाव के दौरान भय का माहौल हो जाता है. सुरक्षा बलों को इस निर्देश के साथ लगाया जाये कि वे मतदाताओं को उत्साहित करें.
राजद : मनिका के भाजपा प्रत्याशी हरेकृष्ण ने विलंब से नामांकन किया है. वहां के निर्वाची पदाधिकारी को हटायें.
झाविमो : अखबारों में निष्पक्ष खबर छपे, इस पर ध्यान दिया जाये.