रांची: मानव तस्करी के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार पन्नालाल महतो और उसकी पत्नी सुनीता से सीआइडी के अफसर पूछताछ कर गुरुवार को रांची लौटे. दोनों से गत बुधवार को सीआइडी के रांची क्षेत्रीय डीएसपी केके राय और सीआइडी टीम प्रभारी इंस्पेक्टर मदन मोहन ने पूछताछ की.
पूछताछ में पन्नालाल ने झारखंड की करीब 5000 युवक-युवतियों को प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये ट्रैफिकिंग करने की बात स्वीकारी है. इसके साथ ही पन्नालाल ने बताया है कि उसने विधायक योगेंद्र साव को मंत्री बनवाने में मदद की थी.
पन्नालाल ने पूछताछ में आगे बताया है कि उसके संबंध दिल्ली के कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं के साथ रहे थे. जिनके पास वह पहले से आया-जाया करता था. उसने योगेंद्र साव को भी अपने साथ लेकर मंत्री बनाने के लिए कांग्रेस के नेताओं के पास गया था. इसके साथ ही पन्नालाल ने झारखंड के विभिन्न इलाके और दिल्ली में अपनी संपत्ति के बारे में अफसरों को जानकारी दी. जिसके आधार पर सीआइडी ने पन्नालाल के पास करीब 40-50 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का अनुमान लगाया है. पूछताछ में पन्नालाल ने अपनी उम्र 31 वर्ष, जबकि अपनी पत्नी की उम्र 38 वर्ष बतायी. इसके अलावा भी पन्नालाल ने कई अहम जानकारियां सीआइडी के अधिकारियों को दी. जिसकी विस्तार से जांच की जा रही है.
उल्लेखनीय है पन्नालाल और उसकी पत्नी को खूंटी पुलिस की टीम ने दिल्ली पुलिस की टीम के सहयोग से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर खूंटी पहुंची. कुछ दिन पहले खूंटी पुलिस ने दोनों से पूछताछ करने के लिए सीआइडी मुख्यालय से अनुरोध किया था. इसी अनुरोध पर सीआइडी के दो अफसर पूछताछ करने खूंटी गये थे. दोनों को गत बुधवार को पूछताछ के लिए चार दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया है.
एडवांस में 20 हजार प्रति माह एक हजार
पूछताछ में पन्नालाल और उसकी पत्नी सुनीता ने बताया है कि किसी के पास युवक-युवती को भेजने से पहले वे एडवांस के रूप में 20 हजार रुपये लेते थे. इसके अलावा प्रति माह एक हजार रुपये लेते थे. दोनों ने पूछताछ में बताया कि वर्तमान में उनके संपर्क में 150 युवक- युवतियां हैं, जिनका हाल के दिनों में ट्रैफिकिंग किया गया है. हालांकि खूंटी पुलिस का कहना है कि पन्नालाल एडवांस में करीब 40 हजार रुपये लेता था, लेकिन पूछताछ में वह सिर्फ 20 हजार रुपये ही बता रहा है.
जिन इलाके में कर चुका है सप्लाई
पन्नालाल और उसकी पत्नी ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्ली, एनसीआर, कानपुर, लखनऊ, चंडीगढ़ और हैदराबाद में प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये युवक-युवतियों को भेजता था. विदेशों में युवक-युवतियों को सप्लाइ किये जाने के संबंध में पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि अभी तक उन्होंने किसी का विदेश में सप्लाइ नहीं किया है.