गुमला : भरनो प्रखंड के एक गांव की 12 वर्षीय सपना कुमारी (बदला हुआ नाम) अब किसी के बहकावे में आकर दिल्ली जाना नहीं चाहती है. उसका कहना है कि खाने के लिए नहीं देते हैं. हर बात पर मार मिलती है. अब वह अपने ही घर में रहकर पढ़ाई करेगी. कहीं नहीं जायेगी. सपना मंगलवार को सीडब्ल्यूसी कार्यालय में अपनी आपबीती बता रही थी.
उसने बताया कि उसे 80 हजार रुपये में बेचा गया था. 20 दिन पहले महिला दलाल करिश्मा उसे रांची ले गयी थी. साथ में उसकी ममेरी बहन भी थी. करिश्मा ने सपना को रामलखन महतो को बेच दिया था. जबकि सपना की ममेरी बहन किसी प्रकार भागकर अपने घर आ गयी थी. इसके बाद सपना को रामलखन दिल्ली ले गया. जहां उसे कमल साहू के यहां बेच दिया. कमल ने सपना को दिल्ली में लक्ष्मी नामक महिला के यहां काम के लिए बेच दिया था. सपना ने कहा कि वह 15 दिन तक रही.
यहां खाने के लिए भरपेट खाना नहीं मिलता था. घर मालकिन भी मारती थी. इसलिए वह भागना चाह रही थी. तभी भरनो से किसी ने कमल को फोन करके बोला कि सपना को जल्दी लेकर आओ. इसके बाद चार दिन पहले कमल के साथी उसे भरनो के पास छोड़कर भाग गये. इधर थाने में करिश्मा, रामलखन व कमल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसमें पुलिस ने करिश्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सीडब्ल्यूसी के सदस्य अलख नारायण सिंह ने बताया कि लड़की का बयान दर्ज कर लिया गया है.