रांची: पांच दिवसीय दीपावली का पर्व मंगलवार 21 अक्तूबर से शुरू हो जायेगा. पहले दिन 21 को धनत्रयोदशी व धनतरेस है. इस दिन रात 12.44 बजे तक त्रयोदशी मिल रही है, जिस कारण श्रद्धालुओं को खरीदारी के लिए काफी वक्त मिलेगा. इसी दिन धन्वंतरि जयंती भी है. आयुर्वेदिक अस्पताल से लेकर कॉलेज व दवा दुकानों में उनकी पूजा की जायेगी.
कई भक्त इस दिन लक्ष्मी गणोश की पूजा-अर्चना करते हैं. पूजा के लिए पहला वृश्चिक प्रात: 8.24 से 10.40, दूसरा वृष लग्न शाम 7.10 से 9.05 व तीसरा सिंह लग्न रात 1.38 से 3.51 बजे तक है.
दूसरे दिन 22 को छोटी दीपावली, नरक निवारण चतुर्दशी व मास शिवरात्रि व्रत है. इस दिन यायी जय योग, आनंद योग मिल रहा है. रात 2.07 तक चतुर्दशी है. 23 को दीपावली, काली पूजा व स्नान दान की अमावस्या है. इस दिन रात 3.02 बजे तक अमावस्या है, जिस कारण भक्तों को पूजा-अर्चना करने के लिए काफी वक्त मिलेगा.
इस दिन पूजा के लिए तीन स्थिर लग्न हैं, जिसमें पहला वृश्चिक प्रात: 8.16 से 10.32, दूसरा वृष लग्न शाम 7.02 से 8.57 व तीसरा सिंह लग्न रात 1.30 से 3.43 बजे तक है. इसी दिन रात में सूर्यग्रहण भी है, जो भारत में दृश्यमान नहीं होगा. गुरुवार को वाराणसी पंचांग के अनुसार शाम 5.39 बजे व स्थानीय समय के अनुसार शाम 5.50 बजे सूर्यास्त है. चौथे दिन 24 को गोवर्धन पूजा व अन्न कूट है. रात 3.12 बजे तक प्रतिपदा है. इस दिन प्रीति योग रहेगा. अंतिम दिन 25 को यम द्वितिया, भाई दूज व चित्रगुप्त पूजा है.