!!विजय कुमार!!
देवघर:नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीइ) ने अर्हता पूरी नहीं करने की वजह से गर्वमेट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज देवघर (कोड संख्या एपीइ00099), एएस कॉलेज देवघर (कोड संख्या एपीइ00439), केकेएम कॉलेज पाकुड़ (कोड संख्या एपीइ00436), संताल परगना कॉलेज दुमका (कोड संख्या एपीइ 00435) व गोड्डा कॉलेज गोड्डा (कोड संख्या एपीइ00437) में चल रहे बीएड कोर्स (सत्र 15-16) की मान्यता रद्द कर दी है. यह फैसला नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन की इस्टर्न रिजिनल कमेटी की 175वीं बैठक में लिया गया. संताल परगना के चार कॉलेजों की मान्यता रद्द किये जाने से कॉलेज प्रशासन सकते में है.
400 छात्रों के भविष्य पर अधर में
एनसीटीइ के फैसले से कुल 400 छात्रों के भविष्य पर तलवार लटक गया है. संताल परगना सूबे का पिछड़ा प्रमंडल है. यहां तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा का अभाव है. यहां के युवाओं ने सोचा था कि बीएड की डिग्री हासिल कर रोजगार का अवसर मिलेगा. लेकिन, कॉलेज प्रशासन ने बीएड कोर्स को गंभीरता से नहीं लिया. न ही नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन के निर्धारित गाइड लाइन को ही पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया.
कॉलेज में मैन पावर व इंफ्रास्ट्रर की कमी
गर्वेमेंट बीएड कॉलेज देवघर में टीचिंग स्टॉफ, लाइब्रेरियन, फिजिकल टीचर की कमी के साथ-साथ पर्याप्त भवन नहीं है. न ही कॉलेज प्रशासन ने आवश्यक निर्देशों का अनुपालन ही किया. एएस कॉलेज में नियमित विभागाध्यक्ष सहित प्रधान अब तक नियुक्त नहीं किये गये हैं. कॉलेज में शिक्षण संकाय और अन्य सहायक स्टॉफ को नियमित आधार पर नियुक्त नहीं किया गया है. बहुउद्देशीय हॉल आर्ट एंड क्रॉफ्ट केंद्र का भी अभाव है. संताल परगना कॉलेज दुमका प्रशासन द्वारा पुस्तकालय में पुस्तकों की उपलब्ध मापदंडों के अनुसार तीन हजार की तुलना में 2 हजार पुस्तकों का क्रय बिल नहीं सौंपा गया.
प्राचार्य व आवश्यकता अनुसार व्याख्याता नियुक्त नहीं किया गया है. केकेएम कॉलेज पाकुड़ प्रशासन ने बीएड कोर्स के संचालन में आवश्यक दिशा-निर्देशों का अनुपालन नहीं किया है. कॉलेज में इंफ्रास्ट्रर का अभाव होने के साथ-साथ शिक्षण का मापदंड, संस्थान में शिक्षण कार्यक्रम का प्रबंधन संतोषजनक नहीं है. गोड्डा कॉलेज गोड्डा में बीएड कोर्स संचालन के लिए अलग से भवन नहीं है. कॉलेज प्रशासन एससीटीइ के मापदंड को दरकिनार करते हुए अनुबंध के आधार पर टीचिंग स्टॉफ को रखा है. यहां विभागाध्यक्ष एवं दो व्याख्याताओं का पद भी रिक्त है.