रांची: सरकार में शामिल मंत्री और कांग्रेस नेता योगेंद्र साव के उग्रवादियों के साथ सांठगांठ को लेकर बनायी गयी जांच कमेटी ने अपना काम पूरा कर लिया है. जांच कमेटी 11 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को रिपोर्ट सौंप देगी.
कमेटी के संयोजक मनोज यादव के नेतृत्व में सदस्य शमशेर आलम और आभा सिन्हा ने मंत्री पर लगे आरोप के तथ्यों की जानकारी लेने के लिए कई जगहों का दौरा किया. पुलिस प्रशासन से लेकर आम लोगों के बीच जांच कमेटी पहुंची. मंत्री श्री साव के विधानसभा क्षेत्र पहुंच कर जांच कमेटी ने कई जानकारी हासिल की.
सूचना के मुताबिक जांच कमेटी को कई साक्ष्य मिले हैं. विधायक के खिलाफ शिकायत का अंबार है. मिली सूचना के मुताबिक मंत्री के खिलाफ शिकायत लेकर कई भुक्तभोगी परिवार भी मिलने पहुंचा था. जांच कमेटी के सदस्य लिये गये बयान के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
विपक्ष की साजिश है : योगेंद्र साव
इस मामले में कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कहा है कि विपक्ष की साजिश के कारण उनका नाम उग्रवादी संगठन के साथ जोड़ा जा रहा है. उन्होंने दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है. मामले में सीबीआइ, सीआइडी सहित अन्य किसी भी तरह की जांच हो, वह सहयोग करने के लिए तैयार है. जांच में सब कुछ साफ हो जायेगा. इस्तीफा के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब कहेंगे वो इस्तीफा दे देंगे.
जांच का काम पूरा हो गया है. हमें जो जिम्मेवारी दी गयी थी, उसे पूरा कर लिया गया है. आरोपों से संबंधित जगह से लेकर आम लोगों से मिलने का प्रयास किया. 11 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंप देंगे.
मनोज यादव, पूर्व विधायक व जांच कमेटी के संयोजक