रांची/हटिया: जगन्नाथपुर पुलिस ने झारखंड की युवतियों को काम दिलाने के नाम पर दिल्ली में बेचने और दुष्कर्म के आरोप में बाबा वामदेव को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी शनिवार देर रात खूंटी स्थित छोटानागपुर ढाबा से हुई.
गिरफ्तारी की सूचना रांची पुलिस ने लातेहार और दिल्ली पुलिस को भी दी. वहीं उसके साथ पकड़ी गयी युवती को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. युवती को महिला थाने को सौंप दिया गया है. वामदेव मूल रूप से सिमडेगा का रहनेवाला है. जगन्नाथपुर थानेदार रतन कुमार के अनुसार बाबा वामदेव दिल्ली में भगवान बिरसा ट्राइबल वेलफेयर सोसाइटी नामक एनजीओ चलाता है. उसके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों में दुष्कर्म के तीन मामले (मोती नगर थाना कांड संख्या 279/13, रजाैरी गार्डेन थाना कांड संख्या 100/14, रानीबाग थाना कांड संख्या 175/11 ) दर्ज है. वहीं वर्ष 2013 में लातेहार एससी- एसटी थाने में भी केस दर्ज है. इस मामले में वह फरार चल रहा था. पुलिस को मानव तस्करी के मामले में बाबा वामदेव के गिरोह के पन्ना लाल और कीनू मुंडा की भी तलाश है. इधर, रविवार को पुलिस ने बाबा वामदेव को लातेहार पुलिस के हवाले कर दिया. बाबा वामदेव के गिरफ्तार होने की सूचना मिलने पर खूंटी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी आराधना सिंह भी जगन्नाथपुर थाना पहुंची. जिन्होंने बताया कि बाबा वामदेव गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा और खूंटी क्षेत्र से कई युवतियों को दिल्ली ले जाकर बेच चुका है. गिरोह के सदस्यों की भी पुलिस को तलाश है.
युवती को बयान दिलाने के लिए रखा था साथ में
पुलिस के अनुसार बाबा वामदेव के साथ जिस युवती को पकड़ा गया है, वह पूर्व में वामदेव के खिलाफ दिल्ली के एक थाने में दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है. केस में मामले में आगामी 27 अगस्त को न्यायालय में युवती की गवाही थी. पुलिस के अनुसार युवती को डरा-धमका कर बाबा ने अपने साथ रखा था, ताकि अपने पक्ष में गवाही दिलायी जा सके.
डायरी में कई नेताओं व पुलिस अफसरों के नंबर
पुलिस ने बाबा वामदेव के पास से एक डायरी बरामद की है, जिसमें कई राजनेताओं, पुलिस अफसरों, बड़े व्यक्तियों के मोबाइल नंबर हैं. इस संबंध में पुलिस पड़ताल कर रही है. पुलिस के अनुसार वामदेव को मानव तस्करी में किन लोगों का संरक्षण था, उस बिंदु पर भी जांच की जायेगी.
नक्सलियों से भी है संबंध
बाबा वामदेव की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सीआइडी के अफसर भी जगन्नाथपुर थाना पहुंचे. सीआइडी के अफसरों ने वामदेव से पूछताछ की. बताया जाता है कि बाबा का संपर्क उग्रवादियों और नक्सलियों से भी रहा है. जब भी झारखंड पुलिस खूंटी, सिमडेगा और अन्य स्थानों पर उग्रवादियों या नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाती थी, तब उग्रवादी और नक्सली दिल्ली स्थित प्लेंसमेंट एजेंसी पहुंचते थे और वहीं रहते थे. इस बिंदु पर भी पुलिस गहराई से जांच कर रही है.
पुलिस को गुमराह कर निकला था भाग
बाबा वामदेव पिछले दो माह से स्टेशन रोड स्थित एक मकान में रहता था. गत शनिवार को दीया सेवा संस्थान के बैजनाथ कुमार ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस वहां पहुंची. पूछताछ में वामदेव ने अपना नाम बीवी राम उर्फ रामजीत राम बताया. इसके बाद पुलिस वहां से लौट आयी. जब दोबारा जगन्नाथपुर थानेदार वामदेव को गिरफ्तार करने पहुंचे, तब तक वामदेव वहां से भाग चुका था.