एनडीडीबी के साथ राज्य सरकार का करार
धुर्वा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में पशुपालन मंत्री मन्नान मल्लिक ने किया लांच
रांची : झारखंड सरकार का अपना दुग्ध उत्पाद मेधा अब मदर डेयरी मेधा के नाम से जाना जायेगा. एनडीडीबी के साथ राज्य सरकार के गव्य विकास विभाग का करार हुआ है. इसी के तहत ब्रांड का नाम बदला गया है.
शुक्रवार को गव्य विकास विभाग के धुर्वा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में इसे लांच किया गया. इस मौके पर राज्य के पशुपालन व मत्स्य विभाग के मंत्री मन्नान मल्लिक ने कहा है कि मेधा का उत्पाद भी अच्छा था. अब मदर डेयरी के साथ हो जाने से इसकी गुणवत्ता और अच्छी हो जायेगी. कई उत्पाद बाजार में आयेंगे. इसका लाभ राज्य की जनता को मिलेगा.
पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव आदित्य स्वरूप ने बताया कि कई मेट्रो सिटी में मदर डेयरी चलता है. इसकी अच्छी साख है. यह एनडीडीबी की ही इकाई है. अभी राज्य में एनडीडीबी के साथ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर करार हुआ है. 2014-15 में नौ जिलों से काम शुरू होगा. पांच साल में 19 जिलों तक कारोबार बढ़ाना है.
मिल्कफेड के एमडी दिनेश खन्ना ने कहा कि मदर डेयरी शत प्रतिशत एनडीडीबी की यूनिट है. कई अन्य राज्यों में भी एनडीडीबी काम कर रहा है. इसका उद्देश्य ग्रामीण रोजगार बढ़ाना है. कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक मुकुल कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डॉ आलोक कुमार पांडेय ने किया.