प्रवीण मुंडा
रांची : चाईबासा जेल में 26 नाबालिग कैदी बंद हैं. ये विभिन्न अपराधों में सजा काट रहे हैं. इसका खुलासा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य संजय मिश्र ने जेल के निरीक्षण के बाद किया. उन्होंने तीन जुलाई को जेल के निरीक्षण के बाद कैदियों के नाम व उम्र की लिस्ट उपायुक्त, चाईबासा को भेजी है. उपायुक्त ने इस संबंध में चाईबासा के सिविल सजर्न को उम्र की जांच कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश जारी किया है.
जांच के बाद नाबालिग कैदियों को बाल सुधार गृह में भेजा जायेगा. संजय मिश्र ने कहा कि इस तरह के मामले राज्य के अन्य जेलों में भी है. उन्होंने कहा कि चाईबासा की जेल में 13 से 16 साल के बच्चे बंद मिले. यह जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के उल्लंघन का मामला है. बाल कैदियों को जेल में नहीं रखा जा सकता.
गुमला के 77 बाल कैदियों का वाद लंबित
गुमला बाल सुधार गृह में 77 बाल कैदियों से संबंधित वाद का निबटारा लंबे समय से लंबित है. इस वजह से वे दो साल से भी ज्यादा समय से बाल सुधार गृह में पड़े हैं. इन बाल कैदियों पर हत्या, अपहरण, नक्सली गतिविधि में शामिल होने सहित अन्य आरोप हैं. आयोग के सदस्य संजय मिश्र ने कहा कि इनके वादों का निबटारा किशोर न्यास बोर्ड गुमला के द्वारा किया जाना है, पर बोर्ड में सदस्यों की कमी के कारण सुनवाई ठप है. उन्होंने कहा कि आयोग प्रयास कर रहा है कि गुमला के बाल कैदियों के मामले की सुनवाई हो, ताकि उन्हें राहत दी जा सके.