मधुपुर : मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के चेतनारी गांव में पंचायत के एक फैसले का विरोध करना सफेदा खातून नामक विवाहिता को महंगा पड़ गया. भरी पंचायत में उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. बताया जाता है कि मोहम्मद समद अंसारी का भाइयों से संपत्ति बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था. इसी को लेकर रविवार शाम को गांव में पंचायत बुलायी गयी थी. पंचायत में जमीन का बंटवारा तय कर चहारदीवारी देने का फैसला सुनाया. कार्य पूरा कराने के लिए मजदूरी के रूप में तीनों ही व्यक्ति को दो हजार रुपये तत्काल जमा करने को कहा गया.
आर्थिक रूप से कमजोर समद अंसारी पैसा जमा नहीं कर पाये. जिस पर पंचायत ने उसके बैल गिरवी रख कर पैसे देने का फरमान सुनाया. इस पर उनकी बेटी सफेदा खातून ने इसका विरोध किया व बैल नहीं ले जाने की बात पर अड़ गयी. इससे पंचायती कर रहे लोग भड़क उठे व पंचायत के फैसले का विरोध का आरोप लगाते हुए बेरहमी से पिटाई कर दी. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी.