रांची: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से दिसंबर 2013 में ली गयी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में रांची विवि के स्नातकोत्तर बांग्ला विभाग के 15 विद्यार्थियों को सफलता मिली है. इनमें से 10 विद्यार्थी वर्धमान कंपाउंड स्थित एक ही लॉज में रहते हैं. इनमें सात को जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) मिला है. यह लॉज रांची विवि के ही बांग्ला विभाग के पूर्व शिक्षक का बताया जाता है. नेट में बांग्ला विषय में रांची विवि केंद्र से 84 विद्यार्थी शामिल हुए थे. उत्तीर्ण विद्यार्थियों में दो स्नातकोत्तर में अध्ययनरत हैं.
तीन को 100-100 अंक मिले : देश में करीब आठ हजार विद्यार्थियों ने बांग्ला विषय से नेट दी थी. इनमें से मात्र 15 ही जेआरएफ के लिए उत्तीर्ण हुए, जिनमें सात रांची विवि स्नातकोत्तर बांग्ला विभाग से ही हैं. इन सफल विद्यार्थियों में से तीन
को द्वितीय पत्र में 100 में 100 अंक मिले हैं. तीन को 98 और एक को 96 अंक मिले हैं. रिजल्ट पर गौर किया जाये, तो बांग्ला विषय में कोलकाता विवि से 2156 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. इनमें से सिर्फ चार को ही जेआरएफ मिला. इसी प्रकार वर्धमान विवि से 1163 विद्यार्थियों ने इस विषय से नेट दी थी, जिनमें सिर्फ तीन को जेआरएफ मिला. नार्थ बंगाल विवि से कुल 547 विद्यार्थी इस विषय में शामिल हुए, जिसमें सिर्फ एक को जेआरएफ मिला.
इनमें सात को मिला जेआरएफ
रांची विवि के बांग्ला विभाग के पूर्व शिक्षक के लॉज में रहते हैं सभी
पूरे देश में सिर्फ 15 विद्यार्थियों को ही इस विषय में मिला जेआरएफ
‘‘विभाग के विद्यार्थियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. इसमें विभाग के पूरे शिक्षकों का योगदान और प्रयास शामिल है. एक विभाग से इतने विद्यार्थियों का उत्तीर्ण होने से विवि का मान बढ़ा है.
डॉ एसके पॉल
अध्यक्ष, स्नातकोत्तर बांग्ला विभाग, रांची विवि