चतरा/गिद्धौर : गिद्धौर के द्वारी से शनिवार की शाम अपहृत व्यवसायी अरविंद अग्रवाल को अपराधियों ने 50 घंटे बाद मुक्त कर दिया़ उन्हें जबड़ा के जंगल में छोड़ा गया़ सोमवार की रात 11 बजे वह सकुशल घर लौटे. एसपी प्रशांत कर्ण ने बताया कि अपहरण आपसी विवाद के कारण हुआ था़ इसमें पेशेवर अपराधियों की मदद ली गयी़ इसमें छह अपराधी शामिल थे.
उनकी शिनाख्त कर ली गयी है़ गिरफ्तारी के लिए तीन टीम बनायी गयी है़ उन्होंने बताया कि पुलिस ने सुनियोजित तरीके से काम किया़ पुलिस का दबाव काम आया़ अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस की चार टीम बनायी गयी थी़.
दो दिन तक घुमाते रहे अपराधी : शनिवार की रात लगभग आठ बजे अपराधियों ने अरविंद को उनकी दुकान से उठाया था़ कुछ दूर पैदल चलने के बाद अपराधियों ने उनकी आंख पर पट्टी बांध दी व जंगली रास्ते से 12 किमी तक पैदल चलाया़ इसके बाद अरविंद को बाइक से जबड़ा के जंगल में एक पहाड़ी पर ले जाया गया. इसी जगह से अपराधियों ने पुलिस के दबाव में व्यवसायी को मुक्त किया.
मारपीट नहीं की गयी : अपराधियों के चंगुल से मुक्त होनेवाले व्यवसायी अरविंद ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट नहीं की़ खाने के लिए समोसा, कोल्ड ड्रिंक,रोटी व चावल मिलता था़ मन में हमेशा डर बना रहता था. भगवान से हमेशा सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना करते थे.