पुलिस के अनुसार संतोष सिंह निर्माणाधीन हाइकोर्ट में पेटी कांट्रेक्टर का काम करता है. वह बुधवार को दिन के एक बजे अपनी साइट पर था. इसी दौरान एक आल्टो कार में सवार पांच लोग पहुंचे और उसे कार में बैठा कर लेते चले गये. इसके बाद रवि शंकर सोनी ने संतोष सिंह की पत्नी को फोन कर नौ लाख रुपये फिरौती की मांग की. तब पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए कार्रवाई शुरू की. संतोष को लातेहार में रखे जाने की जानकारी मिलने पर रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने लातेहार एसपी से बात कर संतोष सिंह को मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन प्लान किया. इसके बाद पुलिस ने रवींद्र सोनी के घर को चारों ओर से घेर कर संतोष को मुक्त कर लिया.
इससे पहले अपहरणकर्ताओं ने बरवाडीह के जंगल में संतोष के साथ काफी मारपीट की थी. जब संतोष को यह पता चला कि उसकी पत्नी ने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी है, तब अपहरणकर्ताओं ने उसकी पत्नी को दोबारा फोन कर धमकी दी. उनकी पत्नी से कहा कि पैसा दे दो, वरना तुम्हारा पति नहीं बचेगा. पुलिस के अनुसार रवि शंकर सोनी पूर्व में भी अपहरण के केस में जेल जा चुका है.
पुलिस के अनुसार जब अपहरणकर्ताओं को यह पता चला कि उन्हें रुपये नहीं मिलने वाले हैं, तब वे संतोष सिंह की हत्या की तैयारी भी कर चुके थे. अपहरणकर्ताओं ने हत्या के लिए चाकू सहित अन्य सामान भी जुटा लिया था. अगर पुलिस समय रहते संतोष को बरामद नहीं करती, तब अपराधी उसकी हत्या कर देते. पुलिस को जानकारी मिली है कि संतोष का परिचय पूर्व से रवि शंकर सोनी के साथ रहा है़ पुलिस को यह भी पता चला कि दोनों के बीच पूर्व में किसी काम का 22 लाख रुपये बकाये को लेकर विवाद चल रहा है़ इस कारण ही रवि शंकर सोनी संतोष का अपहरण कर उससे अपना बकाया रुपये वसूलना चाहता था. पुलिस इस बिंदु पर और अधिक जानकारी एकत्र कर रही है.