गुमला : सदर अस्पताल गुमला में इलाजरत मंडल कारा गुमला की विचाराधीन महिला बंदी जगनी मुंडाइन ने शुक्रवार की रात पौने बारह बजे अस्पताल परिसर स्थित महिला शौचालय में अपनी ही साड़ी से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. ज्ञात हो कि विगत 20 अप्रैल को पेट में दर्द की शिकायत के बाद उसे सदर अस्पताल गुमला में भरती कराया गया था.
चिकित्सक बोर्ड द्वारा अल्ट्रासाउंड किये जाने के बाद उसे 23 अप्रैल को रिम्स रांची रेफर कर दिया गया था. रेफर की चिट्ठी मिलने के बाद मंडल प्रशासन ने न्यायालय से अनुमति व सुरक्षा गार्ड के लिए एसपी को आवेदन सौंपा था. लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी उसे रिम्स नहीं भेजा जा सका था. इधर घटना के संबंध में बंदी की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त जिला बल की महिला पुलिसकर्मी पाबलेन लकड़ा व रेणु बेंजामिन से घटना के संबंध में पूछने पर कहा कि शुक्रवार की रात्रि पौने बारह बजे जगनी मुंडाइन ने पेट में दर्द की शिकायत करते हुए शौच जाने की बात कही. दोनों कांउस्टेबल उसे महिला शौचालय ले गयीं.
जहां महिला पुलिसकर्मी शौचालय के बाहर गेट पर खड़े होकर उसका इंतजार करने लगी. कुछ देर बीतने के बाद उसे आवाज भी लगाया. लेकिन शौच जाने के बाद उसने शौचालय का नल खोल दिया था. नल का पानी गिरने के कारण उसे आवाज नहीं सुनायी पड़ी. तब दोनों महिला पुलिसकर्मी ने शौचालय के भीतर जाकर देखा तो जगनी मुंडाइन फांसी में झूली पड़ी हुई थी. जिसकी सूचना अविलंब अस्पताल प्रबंधन को दी गयी. अस्पताल प्रबंधन मामले से अवगत होने के बाद पुलिस के वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दिया. घटना की सूचना मिलने बाद सुबह सात बजे डीएसपी कैलाश करमाली, थाना प्रभारी निरंजन तिवारी दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे व पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली.