रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित हरमू पुल (मुक्ति धाम के समीप ) के पास डीएवी पुंदाग स्कूल की बस की चपेट में आने से दो छात्र सोवित वर्मा (18) उर्फ शानू और विजय कांत पांडेय (18) की मौत हो गयी. दोनों बाइक पर सवार थे. घटना सोमवार शाम करीब पांच बजे की है. दोनों छात्र पिस्का मोड़ के समीप स्थित स्टॉफ बैंक कॉलोनी (रोड नंबर-पांच) में रहते थे. अपने-अपने घर के इकलौते पुत्र थे. सोवित के पिता ईश्वर वर्मा लखनऊ में इनटास कंपनी के जोनल सेल्स मैन हैं. विजय के पिता त्रिभुवन पांडेय प्राइवेट नौकरी करते हैं. घटना के बाद बस चालक फरार है. पुलिस ने बस जब्त कर ली है.
सोवित चला रहा था बाइक : जानकारी के अनुसार, सोवित और विजय टय़ूशन पढ़ने बाइक से अरगोड़ा जा रहे थे. बाइक सोवित की थी, वही चला भी रहा था. विजय पीछे बैठा था. हरमू पुल के पास विपरीत दिशा से आ रही बस ने बाइक को टक्कर मार दी. घटना के बाद स्थानीय लोग जुट गये. ऑटो से दोनों को रातू रोड के देवी मंडप रोड स्थित चौधरी नर्सिग होम ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि विजय की मौत अस्पताल पहुंचते ही हो गयी. दोनों के सिर में चोटें आयी थी.
रिम्स में परिजनों का हंगामा : सूचना मिलने के बाद अरगोड़ा पुलिस चौधरी नर्सिग होम पहुंची. वहां से दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स लाया गया. पर रात होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका. दोनों के शव को इमरजेंसी के शव गृह में रखा गया. सूचना मिलते ही दोनों के परिजन रिम्स पहुंचे. पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण आक्रोशित हो गये. बाद में कुछ लोगों ने उन्हें समझाया. इसके बाद मामला शांत हुआ. सूचना मिलने के बाद सोवित के पिता ईश्वर वर्मा देर रात फ्लाइट से लखनऊ से रांची पहुंचे.
स्कूली मित्र थे
सोवित व विजय दोस्त थे. दोनों ने डीएवी हेहल से स्कूल की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद सोवित मैनेजमेंट की पढ़ाई करने लगा था. विजय डोरंडा कॉलेज में आइकॉम का छात्र था. दोनों के घर अगल-बगल है. विजय पूर्व बैंक अधिकारी अपने चाचा के घर में, जबकि सोवित किराये के घर में रहता था.
घर के इकलौते पुत्र थे दोनों
सोवित और विजय अपने-अपने घर के इकलौते पुत्र थे. सोवित की एक बहन है. जबकि विजय तीन बहनों के बीच इकलौता भाई था.
पुलिस की लापरवाही से हुई मौत
‘‘पुलिस थोड़ी तत्परता दिखाती, तो मेरे पुत्र विजयकांत पांडेय की जान बच जाती. घटना के बाद जब विजेंद्र को चौधरी नर्सिग होम ले जाया गया, तो वहां उसने कुछ सवालों का जबाव भी दिया था. लेकिन इलाज में देर किये जाने के कारण उसकी मौत हो गयी.
त्रिभुवन पांडेय, विजय के पिता
‘‘बस अरगोड़ा की ओर से आ रही थी. दोनों छात्र रातू रोड की तरफ से अरगोड़ा की ओर जा रहे थे. बस और बाइक में आमने-सामने टक्कर हुई. गंभीर रूप से जख्मी दोनों छात्रों को चौधरी नर्सिग होम ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बाद में शवों को रिम्स भेज दिया गया. चालक फरार है. बस जब्त कर ली गयी है. पीके दास, थाना प्रभारी, अरगोड़ा
स्कूल बस ने पहलेभी ली हैं जानें
हाल की घटनाएं
मार्च 2014 में कोकर मे जीएंडएच स्कूल की बस से फौजी की पत्नी लता रानी की मौत
जनवरी 2014 में पिस्का मोड़ में महिला को कुचला
2013 में हरमू बाइपास में स्कूल बस ने छात्र को कुचला
2013 में अरगोड़ा चौक पर स्कूल बस ने छात्र को कुचला, आकोशित लोगों ने बस जलायी