सुनील ने पुलिस को बताया कि वह गुरुवार को वह कोर्ट में थे, तभी उनके पास फोन आया. फोन करनेवाले ने खुद को बैंक का मैनेजर बताते हुए कहा कि आपका एकाउंट डिएक्टीवेट होनेवाला है.
इसलिए आप अपना आधार व एटीएम नंबर बतायें. इस पर अधिवक्ता ने तुरंत अपनी पर्सनल जानकारी फोन करनेवाले को बता दी. कुछ देर बाद उन्हें शक हुआ और कोर्ट स्थित यूको बैंक में जा कर अपने एकाउंट की जानकारी ली, तो पता चला कि उनके खाते से तीन-चार बार निकासी कर 50 हजार रुपये निकाल लिये गये हैं. उन्होंने तुरंत बैंक मैनेजर से आग्रह कर अपने खाते से निकासी पर रोक लगवा दी.