नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उम्मीदवारों की सुरक्षा पर कड़ी नजर, दी हिदायत
गालूडीह : घाटशिला के महेशडुबा में पिछले दिनों नक्सलियों द्वारा झाविमो प्रत्याशी डॉ अजय कुमार के दौरे के पूर्व कच्ची सड़क पर बने कल्वर्ट में केन बम लगाने से जिला पुलिस सतर्क हो गयी है. हालांकि डॉ अजय के उक्त सड़क से गुजरने के पूर्व पुलिस ने केन बम बरामद कर नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया, परंतु इस घटना के बाद पुलिस सतर्क हो गयी है.
पुलिस खास कर संसदीय चुनाव में मुख्य प्रत्याशियों डॉ अजय कुमार, विद्युत वरण महतो और निरूप महंती को विशेष सुरक्षा दे रही है. नक्सल प्रभावित गांवों के दौरे में सुरक्षा कड़ी कर दी है. प्रत्याशियों को पुलिस ने निर्देश भी दिया है कि शाम ढलने के पहले बीहड़ गांवों से निकल जायें.
जब से महेशडुबा की घटना घटी है, तब से जिला निर्वाचन पदाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने प्रत्याशियों की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी है. खुफिया रिपोर्ट के बाद प्रत्याशियों के साथ पुलिस के वरीय अधिकारियों को मुस्तैदी के साथ रहने का आदेश दिया गया है.
वोट बहिष्कार करेंगे मालबांधी के हरिजन
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड की डोमजुड़ी पंचायत के मालबांधी गांव के हरिजन इस बार वोट का बहिष्कार करेंगे. हरिजन टोला के ग्रामीण कहते है कि किसी पर अब भरोसा नहीं रहा. जनप्रतिनिधि वायदे तो करते हैं, परंतु कभी वायदा पूरा नहीं किया, इसलिए इस बार किसी को भी वोट नहीं देने का निर्णय लिया गया है.
ग्रामीण प्रफुल्ल बेहरा, कामली बेहरा, कोका बेहरा, रूईदास बेहरा, सत्यवान बेहरा, आकुल बेहरा आदि ने कहा कि बढ़ती गरमी के कारण पानी की समस्या से कई माह से जूझ रहे हैं. गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है. हरिजन टोला में 20 परिवार निवास करते हैं, परंतु मात्र दो चापानल है, जो खराब पड़ा है. ग्रामीणों का कहना है कि खेती के लिए लगाये गये निजी सबर सेबुल पंप से पानी ला कर प्यास बुझा रहे हैं.
पानी की समस्या की जानकारी मुखिया को दी गयी है, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई. हरिजन टोला में आज तक विकास का कोई काम नहीं हुआ. सोलर लाइट तक नहीं लगा. ग्रामीणों ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा की समस्या से यहां के लोग जूझ रहे हैं. पांच वर्ष में कभी संसदीय चुनाव, तो कभी विधान सभा चुनाव तो होता है. वोट के समय नेता वोट मांगने आते हैं. कई वायदे करते हैं, परंतु चुनाव के बाद कोई नहीं आता. न ही किये गये वायदे ही पूरे होते हैं.