छपरा जिला के दिघवारा थाना क्षेत्र के शीतलपुर निवासी वीरेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है कि शैलेंद्र कुमार गुप्ता अपने घर में इकलौता कमानेवाला था़ उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. उनके सामने अब भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी़
प्राथमिकी में उन्होंने कहा है कि चार अगस्त की शाम साढ़े छह बजे डॉ अभिषेक ने मरीज को देखा था़ सभी रिपोर्ट की जांच करने बाद उसे दवा दी गयी थी, लेकिन दवा रिएक्शन कर गयी, जिस कारण मेरा भाई दर्द से तड़प रहा था़ बार-बार नर्सों से मिन्नत की. डॉक्टराें के कहने के बावजूद नर्सों ने उसे नहीं देखा़ नर्सों ने कहा कि वह मेरा पेसेंट नहीं है़ जब वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने नर्सों से कहा कि दवा रिएक्शन कर गया है, तो उनका जवाब था डॉक्टरों ने गलत दवा नहीं दी है़ इस दौरान मरीज तड़पता रहा, लेकिन कोई डाॅक्टर या नर्स देखने नहीं पहुंचा, जिस कारण मरीज की मौत हो गयी़ वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की है़