शुक्रवार की सुबह हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का अारोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. बस्ती के लोगों ने डॉ संदीपन व अस्पताल के कर्मचारियों के साथ हाथापायी की. घटना के बाद अस्पताल के डाॅक्टर व कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया. लगभग तीन घंटे तक इलाज पूरी तरह बंद रहा.
इससे कई मरीजों को बिना इलाज कराये लौटना पड़ा. इस संबंध में डॉ संदीपन के बयान पर अस्पताल में घुसकर मारपीट करने की प्राथमिकी परसुडीह थाना में दर्ज की गयी है. अस्पताल कर्मियों व डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे में अारोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गयी तो इमरजेंसी सेवा बंद कर दी जायेगी. अस्पताल में सिर्फ ओपीडी व प्रसव केंद्र ही चलाया जायेगा.