कमेटी में कोल्हान प्रमंडल के तत्कालीन अायुक्त डॉ प्रदीप कुमार और तत्कालीन डीआइजी प्रभात कुमार शामिल थे. उल्लेखनीय है कि आइएम एक आतंकी संगठन है. जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मुसलिम एकता मंच अपराधियों का संगठन है. मंच के अधिकांश सदस्यों की गतिविधि संदिग्ध है.
इससे पहले खुफिया एजेंसी ने सरकार को भेजी गयी एक रिपोर्ट में कहा था कि मुसलिम एकता मंच के कई सदस्य अवैध गतिविधियों में शामिल हैं. अवैध धंधे की बदौलत कुछ सदस्यों ने अकूत संपत्ति अर्जित की है. खुफिया एजेंसी ने मुसलिम एकता मंच के ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त करने की अनुशंसा सरकार से की थी. ज्ञात हो कि बच्चा चोरी की अफवाह को लेकर सरायकेला व जमशेदपुर में सात लोगों की हत्या के बाद मानगो में मंच के लोगों ने जुलूस निकाला था. इसके बाद एक समुदाय के लोगों ने हंगामा किया था. पुलिस की गाड़ी फूंक दी गयी थी और थाने पर पथराव किया था.