नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने मंगलवार को किसान आंदोलन को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा है कि ''भाजपा सरकार को इस मामले को अहंकार की लड़ाई नहीं बनाना चाहिए. आप अगर इन शर्तों को मानेंगे, तो हम बात करेंगे, यहां पर आयेंगे, तो हम आपसे बात करेंगे. आज देश का एक-एक आदमी, एक-एक किसान सरकार को कह रहा है कि आप हमारे साथ बात कीजिए, उनकी मांगों को सुनिए.''
इससे पहले आप प्रवक्ता ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान की निंदा करते हुए किसानों के आंदोलन को भारत का आंतरिक मामला बताया था. राघव चड्ढा ने कहा था कि ''हम बीजेपी सरकार से किसानों की मांगों को तुरंत हल करने और उनकी निंदा करते हैं, यह भारत का आंतरिक मामला है.'' साथ ही कहा था कि '''आप' का मानना है कि अन्य देशों के निर्वाचित प्रमुखों का हस्तक्षेप या टिप्पणी अवांछित है. भारत अपने घरेलू मामलों को संभालने में सक्षम है.''

मालूम हो कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया था. सिखों के गुरु गुरुनानक जयंती पर सिखों को शुभकामना संदेश दिया था. इस वीडियो में किसान आंदोलन का जिक्र भी किया था. उन्होंने कहा था कि हालात बेहद चिंताजनक हैं. मालूम हो कि कनाडा के पीएम से पहले कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह ने कहा था कि ''भारत में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर क्रूरता परेशान करनेवाला है.''
गौरतलब हो कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने मंगलवार को तीन नये कृषि कानूनों में से एक की अधिसूचना जारी कर दी. अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि शेष दो कृषि कानूनों पर विचार किया जा रहा है. दिल्ली की सत्तारूढ़ आप सरकार के मुताबिक, अधिसूचना के तहत किसान अपनी फसल मंडी के बाहर सहित कहीं भी बेच सकते हैं.
वहीं, भाजपा नेता सह सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि, ''अधिसूचना ने आप और केजरीवाल सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर किया है. वे नये कृषि कानूनों का फायदा किसानों को देना चाहते हैं. जबकि, किसानों को भ्रमित कर रहे हैं.'' वहीं, आप ने पलटवार किया कि, ''भाजपा को समझ नहीं आ रहा कि किसानों द्वारा जारी देशव्यापी आंदोलन से कैसे निबटें, इसलिए हताशा में जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है.''