निर्वाचन आयोग ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया. साथ ही उसने तृणमूल कांग्रेस (ममता बनर्जी), राकांपा (शरद पवार) और भाकपा का राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया. इसके बाद आप पार्टी में खुशी की लहर है. मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी देश की राष्ट्रीय पार्टी बन गयी है. इसके लिए मैं सबसे पहले सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों, हमारे वोटरों और आलोचकों को बधाई देता हूं.
AAP पार्टी राष्ट्रीय पार्टी की मान्या मिलने पर AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज खुशी के मौके पर मनीष जी और जैन साहब की याद आ रही है अगर वे होते तो हमारी खुशी में चार चांद लग जाते, वे संघर्ष कर रहे हैं. इस वक्त देश की सारी राष्ट्र विरोधी ताकतें मिल कर आम आदमी पार्टी का विरोध कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इतने कम समय में राष्ट्रीय पार्टी ? ये किसी चमत्कार से कम नहीं. सबको बहुत बहुत बधाई...
‘आप’ ने दिखाया कि ईमानदारी से कैसे जीते जा सकते हैं चुनाव
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह अविश्वसनीय है कि आम आदमी पार्टी (आप) ने 10 साल की छोटी सी अवधि में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लिया. सभी देश विरोधी ताकतें जो देश का भला नहीं चाहतीं, वे ‘आप’ के खिलाफ हैं. ‘आप’ की विचारधारा के तीन स्तंभ...ईमानदारी, देशभक्ति और मानवता हैं. अरविंद केजरीवाल ने उनकी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद कहा कि ‘आप’ ने दिखाया कि ईमानदारी से चुनाव कैसे जीते जा सकते हैं.
आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया जिसके बाद से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी. साथ ही आयोग ने तृणमूल कांग्रेस (ममता बनर्जी), राकांपा (शरद पवार) और भाकपा का राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया. इन तीनों पार्टियों का वोट शेयर देशभर में छह प्रतिशत से कम हुआ है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि ‘आप’ को चार राज्यों- दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है.
‘आप’ का गठन कब हुआ
उल्लेखनीय है कि ‘आप’ का गठन अरविंद केजरीवाल ने 2012 में किया था. इसने 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव तथा 2022 में पंजाब में जीत हासिल की. अब पार्टी अन्य राज्यों में भी पांव पसार रही है और चुनाव लड़ने का मन बना रही है. गुजरात चुनाव में ‘आप’ ने अपने उम्मीदवार उतारे थे और पांच सीटों पर जीत दर्ज की. पार्टी ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है.