Vivah Shubh Muhurat 2023: शुभ विवाह के लिए मार्च में अब केवल छह दिन ही मुहूर्त बचे हैं. इस माह सोमवार से 14 मार्च तक ही विवाह की शहनाइयां गूंजेंगी. इसके बाद मांगलिक कार्यों पर 30 अप्रैल तक के लिए विराम लग जायेगा. अप्रैल में शादी-ब्याह के लिए कोई मुहूर्त नहीं है. अक्षय तृतीया 23 अप्रैल रविवार को अक्षय व अबूझ मुहूर्त पर शुभ कार्यया शादी-ब्याह होंगे. ज्योतिषाचार्य राकेश झा के अनुसार मार्च में विवाह के अब छह मुहूर्त शेष बचे हैं. इसके बाद 15 मार्च से खरमास लग जायेगा. साथ ही कुछ दिनों के अंतराल में गुरु ग्रह अस्त हो जायेगा. इसके चलते एक मई से ही विवाह कार्य आरंभ होंगे. मिथिला पंचांग के मुताबिक मार्च में छह, आठ, नौ,13 ये चार मुहूर्त, जबकि बनारसी पंचांग के अनुसार छह, सात, आठ, नौ, 11 व 14 ये छह मुहूर्त बचे हैं. खरमास व ग्रह के अस्त होने से पूरे डेढ़ मास वैवाहिक कार्यों पर विराम लग रहा है. हालांकि, 23 अप्रैल को अक्षय तृतीया होने के कारण इस दिन शादी व अन्य शुभ कार्य हो सकते हैं.
अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त
राकेश झा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में 23 अप्रैल को वैशाख शुक्ल तृतीया को होने वालेअक्षय तृतीया को सभी शुभ कार्य के लिए अबूझ मुहूर्त माना गया है. इस दिन बिना मुहूर्त निकाले किसी भी समय विवाह या अन्य शुभ कार्य किया जा सकता है. ऐसे जातक, जिनकी जन्म तिथि मालूम नहीं होने के कारण कुंडली की मदद से विवाह मुहूर्त नहीं निकल पा रहा है, वे भी इस दिन विवाह कर सकते हैं.
खरमास के बाद शुभ मुहूर्त
मिथिला पंचांग से विवाह मुहूर्त:
मई- 1, 3, 7, 11, 12, 17, 21, 22, 26, 29, 31
जून- 5, 7, 8, 9, 12, 14, 18, 22, 23, 25, 28
बनारसी पंचांग से विवाह मुहूर्त:
मई- 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 17, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30, 31
जून- 1, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13, 16, 17, 22, 23, 25, 26, 27, 28