चेहराकलां : आखिरकार न्याय की जीत हुई और बीइओ धनुषधारी मांझी के विरुद्ध जिला कार्यक्रम पदाधिकारी वैशाली ने विभागीय कार्रवाई के लिए प्राथमिक शिक्षा के निदेशक को अपना प्रतिवेदन सौंप दिया. इससे पीड़ित शिक्षिका के उस विश्वास को बल मिला है, जिसका न्याय पर अटूट विश्वास है.
मालूम हो कि दो साल पूर्व राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय अबाबकरपुर की प्रखंड शिक्षिका रिजवाना अख्तरी ने बीइओ श्री मांझी पर जबरन रिश्वत की मांग करने व प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था, जिसमें गर्भवती उक्त शिक्षिका का गर्भपात होने का कारण भी बीइओ की प्रताड़ना को बताया गया था. गर्भस्थ शिशु की मौत हो गयी थी. घटना को लेकर पीड़ित शिक्षिका के समर्थन में राष्ट्रीय शैक्षिक संघ समेत अन्य संघ भी खड़े हुए थे.
मामले में डीपीओ वैशाली ने दोनों पक्षों को साक्ष्य के साथ अपना प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया था. दोनों पक्षों के प्रतिवेदनों के अवलोकन से बीइओ पर आरोप सही पाया गया. डीपीओ ने पत्रांक 1459 द्वारा बीइओ मांझी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग के निदेशक को प्रतिवेदन सौंप दिया है. उधर, शिक्षिका रिजवाना ने डीपीओ द्वारा किये गये न्याय पर संतोष जाहिर करते हुए उम्मीद जतायी है कि आरोपित पर जल्द कार्रवाई होगी.