वैशाली : प्रजातंत्र की जननी वैशाली में प्रजातंत्र का महापर्व प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ. मतदाताओं में उत्साह इतना था कि मतदान प्रारंभ होने के पहले से ही लंबी कतार में लग गये थे. पुरुष तो पुरुष महिलाओं की भी अच्छी खासी कतार मतदान केंद्रों पर देखने को मिली. मगर वहीं कई बूथों पर व्यवस्था की भी कमी दिखी.
कई ऐसे बूथ थे, जहां पर इवीएम अंधेरे में थी, जिस कारण बुजुर्ग लोगों को अपना उम्मीदवार का चयन करने में कठिनाई हो रही थी. हालांकि मतदाताओं की शिकायत के बाद तुरंत ही समस्या का निराकरण कर दिया गया. वहीं सुरक्षा को देखते हुए सुबह से ही वैशाली-मुजफ्फरपुर सीमा को सील कर दिया गया था, जिसमें गाड़ियों की लंबी कतार चुनाव कार्य संपन्न होने तक लगी रही, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
चुनाव कार्य संपन्न कराने आये सुरक्षा कर्मी भी काफी मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे. इस बार के चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले युवा वर्ग अपने वोट गिराने को लेकर काफी उत्सुक दिखे. वहीं सभी प्रत्याशी के लोग भी अपनी स्थिति का जायजा ले रहे थे. मध्य विद्यालय जतकौली बूथ संख्या 82 पर 40 वोट गिरने के बाद इवीएम खराब हो गयी, जिस कारण करीब आधे घंटे तक मतदान बाधित रहा.