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चिमनी मुंशी हत्याकांड : पांच महीने बाद भी नहीं सुलझ सका रहस्य

हाजीपुर : बरांटी पुलिस पांच महीने में भी चिमनी पर काम करनेवाले मुंशी की हत्या करनेवालों को पकड़ नहीं पायी. माना जा रहा है कि मुंशी हत्याकांड की फाइल को दबा दिया गया है. पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई से मृतक के परिजनों में क्षोभ है, क्योंकि पुलिस ने सिर्फ प्राथमिकी दर्ज करने तक ही […]

हाजीपुर : बरांटी पुलिस पांच महीने में भी चिमनी पर काम करनेवाले मुंशी की हत्या करनेवालों को पकड़ नहीं पायी. माना जा रहा है कि मुंशी हत्याकांड की फाइल को दबा दिया गया है. पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई से मृतक के परिजनों में क्षोभ है, क्योंकि पुलिस ने सिर्फ प्राथमिकी दर्ज करने तक ही अपनी जिम्मेवारी समझी है.
कैसे हुई थी हत्या : पिछले वर्ष के 22 दिसंबर को बिदुपुर में एक चिमनी भट्ठे पर साधारण पगार पर काम करने वाले सुरेंद्र की हत्या बड़े ही नृशंस तरीके से की गयी थी. अपराधियों ने मुंशी की आंख फोड़ने के बाद उसकी गरदन चाकू से रेत कर मौत के घाट उतारा था. हत्या के पहले सुरेंद्र राय की गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने दर्ज करायी थी, लेकिन पुलिस ने उसे खोजने की कोशिश भी नहीं की. नतीजतन उसका जब शव मिला, तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते गये. अब भी पुलिस इस मामले में खास कामयाबी हासिल नहीं कर पायी है.
दाऊद नगर का रहने वाला था सुरेंद्र : बिदुपुर थाना क्षेत्र के दाऊद नगर गांव का निवासी सुरेंद्र राय अपनी ससुराल के गांव ऊंची डीह में लक्ष्मी ब्रिक्स में मुंशी का काम करता था. पुलिस के अनुसार मुंशी एवं मालिक में पैसे को लेकर विवाद हुआ करता था. बरांटी ओपी क्षेत्र के अजमदपुर गांव के पोखर से सुरेंद्र राय की लाश बरामद की गयी थी. शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बताया गया था कि सुरेंद्र राय की हत्या बड़ी ही बेरहमी से की गयी थी.
मृतक की पत्नी ने मालिक पर लगाया था आरोप : इस मामले की प्राथमिकी मृतक की पत्नी कुसुम देवी के बयान पर दर्ज की गयी है, जिसमें चिमनी भट्ठा के मालिक मनोज चौधरी पर हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया था. उसके अलावा भी कई अन्य को आरोपित बनाया गया है.दाऊद नगर गांव निवासी स्वर्गीय रामाशीष राय का पुत्र सुरेंद्र राय की हत्या के बाद उसके परिवार पर भारी मुसीबत आ गयी है. विधवा कुसुम देवी अपने पांच बच्चों के साथ बड़ी मुश्किल से जिंदगी गुजार रही है. छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए उसके पास पर्याप्त साधन भी नहीं हैं.
आज भी पापा की राह देखते हैं बच्चे : मृतक सुरेंद्र राय को चार पुत्री व एक पुत्र है. रिंकु, मिंकु, अंशु, प्रियांशु एवं दो माह का मासूम पुत्र है.ये बच्चे आज भी अपने पापा का इंतजार कर रहे हैं.
क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी
अभी-अभी मुङो केस का चार्ज मिला है. उस मामले का अनुसंधान पहले से किया जा रहा था. मैं अब खुद अपने तरीके से जांच करूंगा.
मनोज कुमार, बरांटी ओपी प्रभारी

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