बिहार: अब देश के सभी यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों में भारतीय विरासत और संस्कृति की पढ़ाई होगी. इसके लिए यूजीसी ने फाइनल गाइडलाइन जारी कर दी है. यूजीसी ने भारतीय विरासत और संस्कृति को प्रसारित करने के लिए न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-2020 के आधार पर ये कोर्स तैयार किये हैं. इनमें सार्वभौमिक मानवीय मूल्य, वैदिक गणित, योग, आयुर्वेद, संस्कृत, भारतीय भाषाएं, संगीत और क्लासिकल नृत्य सहित 46 तरह के कोर्स शामिल होंगे. कोर्स को संचालित करने के लिए कलाकारों को भी जोड़ा जायेगा. इन कोर्सों के लिए शॉर्ट टर्म मल्टी टीयर क्रेडिट आधारित मॉड्यूलर प्रोग्राम होंगे, जिसमें कई एंट्री और एक्जिट प्वाइंट होंगे. इन कोर्सों को कभी भी ज्वाइन किया जा सकता है और छोड़ा जा सकता है. भारतीय संस्कृति में विदेशी लोगों की दिलचस्पी बढ़ाने और उन्हें भारत का दौरा करने के लिए प्रेरित करने के लिए ये कोर्स होंगे. इन कोर्स से न सिर्फ भारतीय स्टूडेंट्स को भारतीय विरासत और संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जायेगा, बल्कि विदेशी स्टूडेंट्स को भी भारत आकर पढ़ने के लिए प्रेरित किया जायेगा.
ऑनलाइन व ऑफलाइन में संचालित होगी कक्षाएं
इस प्रोग्राम को तीन लेवल में बांटा गया है. इसमें इंट्रोडक्टरी लेवल पहला लेवल होगा, इंटरमीडिएट लेवल दूसरा और एडवांस्ड लेवल तीसरा लेवल होगा. अभी यूजीसी ने 46 क्षेत्रों को इसके तहत शामिल किया है. लेकिन आने वाले समय में इनमें और भी इजाफा किया जा सकता है. हर प्रोग्राम 60 घंटे का होगा, जो हाइब्रिड मोड यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से पढ़ा जा सकेगा. ये कोर्स उस क्षेत्र के माहिर लाेगों द्वारा ही करवाये जायेंगे. वहीं, उन्हें इस प्रोग्राम के तहत प्रसिद्ध जगहों का दौरा भी करवाया जायेगा, जो एडवांस्ड लेवल में खासतौर पर जोड़ा जायेगा. हर संस्थान करिकुलम भी विकसित करेगा. इसमें उस विषय के बारे में जरूरी जानकारी से लेकर उसके बैकग्राउंड, स्कॉलर और उनका योगदान, पौराणिक किताबों से जरूरी जानकारी आदि शामिल की जायेगी. हर प्रोग्राम को पांच यूनिट और हर यूनिट को तीन मॉड्यूल्स में वितरित किया जायेगा.
क्रेडिट सिस्टम होगा लागू, क्रेडिट करवा सकते हैं ट्रांसफर
इस स्कीम के तहत क्रेडिट सिस्टम होगा और दूसरे संस्थान में क्रेडिट ट्रांसफर होने का प्रावधान भी रहेगा. उच्च शिक्षण संस्थान द्वारा कोर्स पूरा होने पर सर्टिफिकेट दिया जायेगा, जो नेशनल एकेडेमिक डिपॉजिट्री (एनएडी) पर भी उपलब्ध होगा1 प्रोग्राम के तहत लेक्चर, ऑडियो वीडियो, स्पेशल लेक्चर, ग्रुप डिस्कशन, प्रेक्टिकल सेशन, स्टेज परफॉर्मेंस, काउंसेलिंग व गाइडेंस आदि आयोजित होंगे. कोर्स के दौरान असेसमेंट भी होगा, जिसमें प्रोजेक्ट वर्क, टर्म पेपर, कंपीटिशन, निबंध लेखन, इंटर फोरम डिबेट, भाषण, क्विज, वाइवा आदि शामिल रहेंगे.