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बैंक लूटकांड : मनोज ने किया आत्मसमर्पण, राजू राय फरार
सुपौल : 14 अक्तूबर 2014 को जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी स्थित स्टेट बैंक शाखा में दिन दहाड़े 11.46 लाख रुपये नगद और 09 लाख रुपये मूल्य के जेवरात लूट के मामले में लूट में शामिल आठवें खिलाड़ी ने शनिवार को सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. इससे पहले सात अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी […]
सुपौल : 14 अक्तूबर 2014 को जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी स्थित स्टेट बैंक शाखा में दिन दहाड़े 11.46 लाख रुपये नगद और 09 लाख रुपये मूल्य के जेवरात लूट के मामले में लूट में शामिल आठवें खिलाड़ी ने शनिवार को सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. इससे पहले सात अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि लूट कांड का मास्टर माइंड बहुचर्चित राजू राय अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है. इसके बाद शेष बचे दो अपराधियों के बाबत पुलिस की माथ पच्ची जारी है.
अब तक आठ अभियुक्त सलाखों के पीछे
एसबीआइ शाखा लूटकांड में कुल 11 अपराधी शामिल थे. इसमें से अब तक आठ अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच चुका है. सबसे पहले अनिल साह और जगमोहन मेहता की गिरफ्तारी हुई. उसके बाद मधेपुरा जिला के श्रीनगर थाना क्षेत्र के परमानंदपुर निवासी अनंत शर्मा को गिरफ्तार किया गया. तत्काल बाद कुख्यात राजू राय के रिश्तेदार अररिया जिले के कुसमौल निवासी रंजीत यादव की गिरफ्तारी हुई, जबकि शंभु शर्मा को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. शंभु शर्मा की प्रेमिका पिंकी देवी को बैजनाथपुर ओपी क्षेत्र से बैंक से लूटे गये मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया. सबसे अंतिम में बिहारीगंज थाना क्षेत्र के कुस्थन से रवि यादव और सरोज यादव की गिरफ्तारी हुई.
कौन है मनोज
आत्मसमर्पण करनेवाला मनोज यादव राजेश्वरी ओपी क्षेत्र के तीनटेंगी का निवासी है. लूटकांड में सूत्रधार की भूमिका हीरापट्टी निवासी अनिल साह, कैंजारा निवासी जगमोहन मेहता और मनोज यादव ने निभायी थी. खास बात यह है कि मनोज यादव लूटे गये रुपये और जेवरात को सुरक्षित मधेपुरा जिला की सीमा में प्रवेश कराने में अहम भूमिका अदा किया था. लूटकांड के दौरान मनोज का मोबाइल लोकेशन जदिया थाना और बैंक के इर्द-गिर्द ही रहा था. सूत्रों के अनुसार बैंक लूट में शामिल तीन लोग जिसने बैंक के बाहर की कमान संभाल रखी थी, उसमें मनोज भी शामिल था.
कौन है 10वां व 11वां खिलाड़ी
लूटकांड का प्रमुख खिलाड़ी कुख्यात राजू राय है, जिसकी पुलिस को सरगर्मी से तलाश है. वहीं 10वां और 11वां खिलाड़ी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है. पुलिस दोनों की पहचान कर पाने में अब तक विफल रही है. पुलिस 10वां खिलाड़ी सुलतान को मान रही है. लूट के दौरान अपराधी एक अपराधी को सुलतान के नाम से संबोधित कर रहा था. सुलतान ने ही बैंक के बाहर बम विस्फोट भी किया था. संभावना जतायी जा रही है कि सुलतान अररिया जिले का रहने वाला है और सुलतान छद्म नाम है. जबकि 11वें खिलाड़ी के बाबत पुलिस किसी भी तरह के निष्कर्ष से दूर है. चर्चा यह है कि 11वां खिलाड़ी कुख्यात राजू राय का रिश्तेदार है. हालांकि पुलिस जिस सरगरमी से शेष अभियुक्तों की तलाश में है, उसके सकारात्मक परिणाम की संभावना जतायी जा रही है.
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