अल्पवास गृह में पीड़िताओं को मिलता है ठिकाना
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नौ माह से अल्पवास गृह में रह रही थी पूजा
अल्पवास गृह में पीड़िताओं को मिलता है ठिकाना सीवान : महिला अल्पवास गृह सिर्फ कोर्ट और थाने के आदेश पर ही महिलाओं को रखने का स्थान मात्र ही नहीं है. यहां पीड़ित महिलाएं आसरा ले सकती हैं, जिनका कोई ठिकाना नहीं है या उन्हें प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया गया है. महिला अल्पवास गृह […]
सीवान : महिला अल्पवास गृह सिर्फ कोर्ट और थाने के आदेश पर ही महिलाओं को रखने का स्थान मात्र ही नहीं है. यहां पीड़ित महिलाएं आसरा ले सकती हैं, जिनका कोई ठिकाना नहीं है या उन्हें प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया गया है. महिला अल्पवास गृह में उनके भरन-पोषण के साथ कानूनी मदद भी कराई जाती है.
साथ ही यहां महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था है. साथ ही अल्पवास गृह में अपनी मां के साथ बच्चा भी रह सकता है. बशर्ते उसकी उम्र आठ साल से कम हो. अल्पवास गृह के संबंध में आम लोगों में जागरूकता एवं जानकारी पहुंचाये जाने की जरूरत है, क्योंकि इसके प्रचार-प्रसार के बिना इसका लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है. आमतौर पर लोगों के बीच ऐसी धारणा है कि अल्पवास गृह में पुलिस और न्यायालय द्वारा महिला या किशोरी को रखा जाता है.
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