सीवान : पचरुखी की बंद पड़ी चीनी मिल की जमीन संबंधी विवाद में जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. दो चिकित्सकों के साथ मारपीट व रंगदारी मांगने के दर्ज मामला पुलिसिया जांच में सही पाये जाने के बाद विधायक की कभी गिरफ्तारी हो सकती है. उधर विधायक श्री सिंह ने कहा कि मेरे खिलाफ यह षड्यंत्र रचा गया है. लेकिन कोर्ट व कानून का मैं हमेशा सम्मान करूंगा. जल्द ही कोर्ट में सरेंडर करूंगा.
जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह व उनके पुत्र मुखिया संजय सिंह सहित कुछ अन्य लोगों द्वारा चिकित्सक डाॅ विक्रम सिंह चौहान व डाॅ नवल किशोर पांडे के साथ मारपीट करने व रंगदारी मांगने का मामला पचरुखी थाने में दर्ज हुआ था. पुलिस अनुसंधान में रंगदारी मांगने का मामला सही पाये जाने के बाद अब विधायक, उनके मुखिया पुत्र व अन्य सहियोगियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. तकरीबन तीन माह तक चली जांच के बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में शिकायत को सही पाया है.
दूसरी तरफ जदयू विधायक ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है. पुलिस अधिकारियों ने उस वक्त इस मामले को गलत बताया था और अब अनुसंधान में से सही बता रहे हैं. हमारे द्वारा कभी किसी से कोई रंगदारी नहीं मांगी गयी है. चीनी मिल परिसर की जमीन को गलत तरीके से औने-पौने दाम पर चिकित्सकों द्वारा लिखवा लिया गया है. चीनी मिल के कर्मचारी और स्थानीय निवासियों के हितों के लिए मैं इसका विरोध कर रहा हूं और आगे भी चीनी मिल की जमीन पर अवैध कब्जे को रोकने का काम करता रहूंगा. मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है. अगले दो से तीन दिनों में हम कोर्ट में सरेंडर कर देंगे. उम्मीद है कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा. उधर, एसपी सौरभ कुमार साह ने कहा कि चिकित्सकों की शिकायत पर करायी गयी जांच में प्रथम दृष्ट्या शिकायत सही पायी गयी थी. अभी आगे भी जांच चल रही है.