सीवान : बुधवार को शहर की सड़कों पर हर तरफ भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का उत्साह दिखाई पड़ा. जय श्रीराम के नारों के बीच नगाड़ों की धुन में युवाओं का जोश खूब दिख रहा था. गंगा जमुनी तहजीब की संस्कृति को समेटे शहर में माहौल बिगाड़ने की अराजक तत्वों की कोशिश को नाकाम करने के लिए प्रशासनिक तैयारी अभूतपूर्व रही. शहर का एक बड़ा हिस्सा विशेष कर तिब्बत सीमा पुलिस के सुरक्षा के साये में रहा.
तकरीबन पांच घंटे तक चली शोभायात्रा के बाद पुलिस व प्रशासन ने आखिरकार राहत की सांस ली. पिछले वर्ष शोभायात्रा के दौरान माहौल बिगाड़ने की हुई कोशिश के बीच पथराव व फायरिंग के बाद भी प्रशासन की सतर्कता से कोई बड़ी घटना नहीं हुई. इसे देखते हुए सुरक्षा के इस बार अभूतपूर्व इंतजाम किये गये थे.
आयोजनकर्ताओं के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त बैठक में पहले से ही कई सतर्कता का उपाय करने का निर्णय लिया गया था. इसके तहत दोपहर 12 बजे के पूर्व तक शोभायात्रा शुरू करने के निर्देश का असर रहा.
इस शोभायात्रा का क्रम शाम पांच बजे तक चलता रहा. इस दौरान प्रशासनिक सक्रियता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि पूर्व में नया किला के समीप कैंप में रहकर अफसर पूरे आयोजन पर नजर रखते थे. इस बार डीएम महेंद्र कुमार व एसपी सौरभ कुमार साह के अलावा अन्य अधिकारी शोभायात्रा के दौरान शहर की सड़कों पर गश्त करते नजर आये. शहर के खास इलाके में एक कंपनी तिब्बत सीमा पुलिस की तैनाती की गयी थी. इसके अलावा तीन ड्रोन कैमरे भी लगाये गये थे, जो हवा में घूमते हुए सब पर नजर रख रहे थे. इसे देखते हुए जुलूस के दौरान माहौल बिगाड़ने की किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई. सुरक्षा इंतजाम पर एएसपी कार्तिकेय शर्मा, सदर एसडीओ श्याम बिहारी मीणा, डीडीसी राजकुमार, नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी आरके लाल, नगर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, मुफस्सिल थानाप्रभारी विनय प्रताप सिंह, महिला थानाध्यक्ष अफसा परवीन समेत अन्य पुलिस व प्रशासन के अधिकारी नजर रखे हुए थे. शोभायात्रा में अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर कौमी एकता का संदेश दिया.