घोटाले में शामिल मंत्रियों व विधायकों का नाम सार्वजनिक करने की मांग की
सीवान : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने व इसमें हुए घोटाले के विरोध में भाकपा माले के संगठन इनौस, आइसा व ऐपवा द्वारा शहर में एक विरोध मार्च निकाला गया. खुर्माबाद माले कार्यालय से विरोध मार्च निकल कर बबुनिया मोड़ आया. उसके बाद जेपी चौक पर आकर विरोध मार्च सभा में बदल गया. भाकपा माले के जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी ने कहा कि सुशासन की सरकार में सूबे में शिक्षा व्यवस्था एकदम चौपट हो गयी है.
टॉपर घोटाले के कारण बिहार पहले ही बदनाम था. बीएसएससी का नया घोटाला बिहार को और बदनाम करने का काम किया है. उन्होंने सरकार से मांग की कि परमेश्वर राम ने जिन सात मंत्रियों व विधायकों का नाम घोटाले में लिया है, उनका नाम सार्वजनिक कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ लालकेश्वर और परमेश्वर को गिरफ्तार कर सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि मानती है, लेकिन सरकार बैठे मंत्री और विधायक जो इस घोटाले में शामिल हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले ने बिहार के सुशासन की सरकार की कलई खोल दी है.
इस घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने की जरूरत है. ऐपवा नेत्री सोहिला गुप्ता ने कहा कि अब कोई तबका बिहार में सुरक्षित नहीं है. हाल ही में दलित छात्रा की हत्या ने आंबेडकर कॉलेज की कुव्यवस्था को ही नहीं, बल्कि नकली दलित प्रेम को भी बेनकाब कर दिया. उन्होंने कहा कि खास कर महिलाएं व छात्राएं इस राज्य में सुरक्षित नहीं हैं. सभा को जयशंकर पंडित, योगेंद्र यादव, मनन, उपेंद्र गोड़, रमेश, गोल्डेन, अशोक, विकास, अभय, पिंटू, गौतम पांडे, मालती राम, मंजीता सहित कई माले के नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे.