दरौंदा : थाना क्षेत्र के हड़साटाली गांव में गत सात फरवरी को हुए दोहरे हत्याकांड के पांच दिनों बाद भी एमएच नगर थाना क्षेत्र के डीबी गांव में सन्नाटा पसरा है. अपराधियों के हाथों मारे गये पूर्व मुखिया हरेंद्र यादव व उनके चचेरे भाई अजय यादव के घर से रह-रह कर रोने की आवाज आ रही है. शनिवार की दोपहर जब संवाददाता पहुंचा, तो पूर्व मुखिया के दरवाजे पर क्रमकांड का निभा रहे अमन कुमार व उसकी सुरक्षा में तैनात पांच-एक के जवान मिले. हत्याकांड की प्राथमिकी में सिसवन प्रखंड के तीन लोग नामजद हैं. इनमें जिप उपाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह, बखरी पंचायत के मुखिया पप्पू सिंह उर्फ रूपेश सिंह व भीखपुर भगवानपुर निवासी प्रमेंद्र सिंह शामिल हैं.
बेवजह मारे गये दिलीप व अजय : हत्याकांड की पृष्ठभूमि में जो बात सामने आ रही है, इसमें यह साफ हो गया है कि वर्ष 2014 में दिलीप यादव व पांच दिन पूर्व अजय यादव बेवजह मारे गये हैं. दुखद संयोग यह रहा कि अपराधियों ने जब पूर्व मुखिया हरेंद्र यादव पर गोलीबारी की तब दिलीप ओर अजय मौजूद थे.
गौरतलब हो कि दो जून, 2014 को जब अपराधियों ने पूर्व मुखिया हरेंद्र यादव पर गोलाबारी की.उस वक्त दिलीप यादव की जान चली गयी तथा हरेंद्र यादव घायल हो गये तथा सात फरवरी को एमएलसी शिवप्रसन यादव के गांव हडसाटाली मिलने जाने के क्रम में हरेंद्र और अजय की जान चली गयी.