सीवान : स्थानीय मंडल कारागार सहित राज्य के सभी जेलों में अब जल्द ही जैमर लगेंगे. कैदियों के जेल से मोबाइल के प्रयोग करने की शिकायतों से परेशान जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. इसकी कवायद कर दी गयी है. योजना के मुताबिक अगले दो माह के अंदर सभी जेलों में जैमर लगाने का कार्य पूरा कर लिया जायेगा.
मालूम हो कि हाल ही में बक्सर केंद्रीय कारागार से जेल ब्रेक की घटना ने पूरी सुरक्षा मशीनरी पर सवाल खड़ा कर दिया था. इसके पूर्व भी जेल से कैदियों के भागने के मामले सामने आते रहे हैं. उधर जेल के अंदर से बड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाने की शिकायतें राज्य में हमेशा मिलती रही है.
अगले एक माह में मंडल कारागार में लग जायेगा जैमर : राज्य भर में जेलों के अंदर जैमर लगाने के प्रस्ताव के तहत यहां मंडल कारागार में भी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज का कहना है कि अगले एक माह में जैमर लग जायेगा. इसके लिए सरकार से स्वीकृति मिल गयी है. राज्य के सभी जेलों में दो माह के अंदर यह जैमर लग जायेंगे. जेल कैंपस के तकरीबन एक सौ मीटर के सर्किल में जैमर काम करेगा. इससे इस एरिया के कोई भी इलेक्ट्रो मैगनेटिक सिगनल काम नहीं करेंगे. ऐसे में यह क्षेत्र मोबाइल सेवा से बाधित रहेंगे. जैमर लग जाने से कैदियों के मोबाइल से बात करने की शिकायत पर पूरी तरह विराम लग जायेगा.
सीवान मंडल कारागार में मोबाइल के प्रयोग की मिलती रही हैं शिकायतें
मंडल कारागार में आये दिन छापेमारी के दौरान मोबाइल बरामद होने की शिकायत मिलती रही है. इस मामले में मुफस्सिल थाने में मुकदमा दर्ज करा कर जेल प्रशासन अपनी जिम्मेवारी से हाथ खींचते रहा है. हाल ही में पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के फोटो वायरल होने के बाद भी जेल से मोबाइल के प्रयोग करने की शिकायत सामने आयी थी. इसकी सदर एसडीओ भूपेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम ने जांच कर रिपोर्ट दी. इसके बाद मुकदमा भी दर्ज हुआ. इस बीच सोमवार को जेल परिसर में पैकेट में रख कर बाहर से मोबाइल फेंकने की शिकायत सामने आयी. इसमें मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने सिम के डिटेल के सहारे संलिप्त लोगों की तहकीकात शुरू कर दी है.