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अस्पतालों में ठंड से बेहाल नजर आ रहे हैं मरीज
सीवान : गुरुवार को दूसरे दिन भी ठंड ने लोगों को परेशान किया. मौसम की मार के चलते लोग अपने घरों में अधिकांश समय कैद रहे. चंद घंटे के लिए हल्की धूप खिलने के बाद अचानक गलन फिर बढ़ गयी. उधर, इससे ठंड से पीड़ित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल में […]
सीवान : गुरुवार को दूसरे दिन भी ठंड ने लोगों को परेशान किया. मौसम की मार के चलते लोग अपने घरों में अधिकांश समय कैद रहे. चंद घंटे के लिए हल्की धूप खिलने के बाद अचानक गलन फिर बढ़ गयी. उधर, इससे ठंड से पीड़ित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल में राहत के लिए मुकम्मल इंतजाम नहीं होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है.
मौसम की मार ने आम-जनजीवन को तबाह कर दिया है. पिछले दो दिनों से लगातार पारा गिरने से गलन बढ़ गयी है. इसने लोगों के दिनचर्या को प्रभावित किया है. इससे सबसे अधिक वृद्ध व बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है. शूगर, रक्तचाप, अस्थमा, हृदय रोग के मरीजों की परेशानी और बढ़ गयी है. इससे सदर अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. सदर अस्पताल में अचानक मरीजों की संख्या में 30 से 50 फीसदी तक वृद्धि हुई है. सदर अस्पताल के भरती मरीजों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है. भरती प्रसूताओं को आवश्यक सुविधा नहीं मिलने से ठंड में परेशानी झेलनी पड़ रही है. पर्याप्त संख्या में कंबल व चादर उपलब्ध नहीं होने की शिकायत है. हालांकि चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही के कारण मरीजों को ओपीडी में स्वास्थ्य सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है. महिला ओपीडी में पिछले कुछ दिनों से ताला लटका हुआ है.
ओपीडी के शिशु विभाग कक्ष में चिकित्सक के नहीं होने से परिजन निराश होकर घंटों इंतजार के बाद लौट गये. वहीं, ठंड के कारण पीड़ित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गयी है. इसके बाद भी अस्पताल में दो दिनों में मरीजों की संख्या 30 से 50 फीसदी तक बढ़ी है. सामान्य दिनों में ओपीडी मरीज की संख्या तकरीबन एक सौ रहती है. वहीं, दो दिनों से यह संख्या 130 से 150 तक रह रही है. इस बीच सदर अस्पताल में दवाओं का अभाव से मरीजों को और परेशानी उठानी पढ़ रही है. मौसम की मार के कारण खांसी से पीड़ित मरीजों को दवा नहीं मिल रही है.
ठंड में रखें ये सावधानियां
गरम कपड़े से बदन का अधिकांश हिस्सा ढक कर रखें
हाथ की विशेष सफाई रखें, जिससे कि कीटाणु न फैल सकें
अत्यधिक तनाव लेने से बचें
सर्दी, जुकाम या बुखार से पीड़ित ज्यादा से ज्यादा आराम करें
पानी उबाल कर पीएं
अस्थमा के मरीज हमेशा दवा साथ रखें
ब्लड प्रेशर के मरीज नियमित जांच कराएं
मधुमेह मरीजों को विशेष सतर्कता रखनी चाहिए
दो-तीन दिनों में मिलने लगेंगी आवश्यक दवाएं
अस्पताल से गायब रहने वाले चिकित्सकों के मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई होगी. खांसी समेत अन्य आवश्यक दवाएं अगले दो से तीन दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी.
डाॅ एमके आलम, उपाधीक्षक सदर अस्पताल सीवान
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